श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में निकाय चुनाव के पहले चरण की सफलता के बाद अब दूसरे चरण के लिए मतदान जारी है। कड़े सुरक्षा घेरे के बीच हो रहे मतदान में 1029 उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य वोटिंग मशीनों में बंद होगा। बता दें कि निकाय चुनाव पर मंडरा रहे आतंकी साये के बीच सुरक्षा बलों ने चुनाव वाले क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है। ताकि लोग भी बेखौफ होकर वोट देने आ सके।
दूसरे चरण में राज्य में 30 नगर निकायों के 384 वार्ड हैं। इनमें श्रीनगर नगर निगम के 20 वार्ड भी शामिल हैं, लेकिन मतदान सिर्फ 263 वार्ड में ही हो रहा है, क्योंकि 65 वार्डों में उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित हो चुके हैं और 56 में एक भी उम्मीदवार नहीं है। बतादें कि राज्य में करीब 13 साल बाद नगर निकाय चुनाव हो रहे हैं।
आठ अक्टूबर से शुरू हुए निकाय चुनाव 16 अक्टूबर तक चार चरणों में होंगे। इससे पूर्व राज्य में वर्ष 2005 में नगर निकायों के चुनाव हुए थे और 2010 में नगर निकायों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद नए चुनाव तत्कालीन परिस्थितियों के चलते नहीं हो पाए थे।
मौजूदा चुनाव प्रक्रिया में गत सोमवार को पहले चरण में जम्मू संभाग और कश्मीर संभाग में आतंकियों की धमकियों और अलगाववादियों के चुनाव बहिष्कार के फरमान के बावजूद लगभग 57 प्रतिशत मतदान हुआ था।दूसरे चरण के लिए कुल 1198 नामांकन आए थे, जिनमें से 1029 ही उम्मीदवार चुनावी दौड़ में शामिल रहे और इनमें से 65 निर्विरोध निर्वाचित हुए। इनमें 61 कश्मीर घाटी से संबंध रखते हैं।
कश्मीर घाटी में दूसरे चरण में शामिल विभिन्न निकायों में 56 वार्ड ऐसे हैं, जहां किसी उम्मीदवार के न होने के कारण मतदान नहीं हो रहा है। फ्रिसल में 13 वार्ड हैं, लेकिन एक भी उम्मीदवार ने चुनाव लड़ने के लिए नामांकन जमा नहीं कराया, जबकि बीरवाह में 13 वार्डो में सिर्फ एक वार्ड में प्रत्याशी चुनाव लड़ने मैदान में उतरा और निर्विरोध निर्वाचित हुआ है।
मागाम में 13 में से सात सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध जीते हैं, जबकि अनंतनाग की 25 सीटों में से नौ पर भी निर्विरोध ही उम्मीदवारों का चयन हुआ है। बिजबिहाड़ा की 17 सीटों में से सिर्फ पांच पर ही उम्मीदवार नामांकन भरने आए और यह पांचों निर्विरोध निर्वाचित हुए, जबकि 12 अन्य वार्डो में एक भी प्रत्याशी नहीं है।
प्रत्याशियों ने घर-घर जाकर किया प्रचार
दूसरे चरण के चुनाव प्रचार की समयावधि गत सोमवार शाम को समाप्त हो गई थी, लेकिन अपनी जीत को यकीनी बनाने के लिए मंगलवार भी सुबह से देर रात तक प्रत्याशी मतदाताओं से संपर्क करने में जुटे रहे थे। अधिकतर उम्मीदवार फोन, फेसबुक और वाट्सएप पर सक्रिय थे।
सुरक्षा चाक चौबंद
आतंकियों की धमकी और अलगाववादियों के चुनाव बहिष्कार को देखते हुए प्रशासन ने न सिर्फ मतदान वाले इलाकों में बल्कि वादी के अन्य हिस्सों में भी सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी है। सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व अर्द्धसैनिकबलों की गश्त बढ़ा दी गई है। इसके अलावा कई जगह आने जाने के रास्तों को भी कंटीली तारों से बंद कर दिया गया है। सभी मतदान केंद्रों को पूरी तरह सील कर दिया गया है। सुरक्षा शिविरों और सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को भी बढ़ाया गया है। मुख्यधारा की राजनीति से संबंधित नेताओं व उम्मीदवारों की सुरक्षा की समीक्षा कर उसे और ज्यादा चाक चौबंद बनाया गया है।
कश्मीर संभाग में यहां हो रहा मतदान
लंगेट, सुंबल, कुंजर वत्रगाम, चरार-ए-शरीफ, बीरवाह, मागाम, यारीपोरा, फ्रिसल, अनंतनाग और बिजबिहाड़ा नगर निकायों के अलावा श्रीनगर नगर निगम के 20 वार्डों में मतदान हो रहा है।
जम्मू संभाग में यहां हो रहा मतदान
किश्तवाड़ा, डोडा, भद्रवाह, ठाठरी, रामबन, बनिहाल, बटोत, ऊधमपुर, रामनगर, चिनैनी, रियासी कटड़ा, कठुआ, नगरी परोल, हीरनगर, लखनपुर, बिलावर, बसोहली में मतदान हो रहा है।
मतदान वाले क्षेत्रों में है सरकारी अवकाश
राज्य में 10 अक्टूबर बुधवार को निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए होने वाले मतदान वाले सभी कस्बों व शहरों में सरकारी अवकाश है। इन क्षेत्रों में सभी सरकारी कार्यालय और शिक्षण संस्थान भी बंद हैं। संबंधित इलाकों में मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने तक शराब की दुकानें भी बंद रखने का निर्देश जारी किया गया है।
मतदान का समय बढ़ा, सुबह छह से शाम चार बजे तक वोटिंग
निकाय चुनाव के दूसरे चरण के तहत बुधवार को होने जा रहे मतदान के लिए एक घंटे का समय बढ़ा दिया गया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शालीन काबरा ने बताया कि मतदाता सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक वोटिंग कर सकते हैं। पहले चरण में सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान का समय था।