दिल्ली (28 दिसंबर): आज, भारतीय जनता मजदूर संघ परिषद ने दिल्ली के एमपी क्लब, नार्थ अवेनुए में अपनी 7वीं वार्षिक बैठक बुलाई, जो देश भर में श्रमिकों के अधिकारों की वकालत करने के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह बैठक श्री श्याम सुन्दर चौधरी (राष्ट्रीय महासचिव), डॉ. मन्मथ नाथ विश्वास (राष्ट्रीय अध्यक्ष), मोहम्मद हसरत अली चौधरी (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता), श्री गुरु प्रकाश (राष्ट्रीय सचिव एवं ट्रेड यूनियन विस्तार प्रभारी) व श्री गिरधारी लाल मीना (प्रदेश अध्यक्ष, दिल्ली) की उपस्थिति में संपन्न हुई जिसमे देशभर के कुल 28 राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों ने हिस्सा लिया।
भारतीय जनता मजदूर संघ परिषद से लगभग 12 लाख श्रमिक जुड़े हुए है। इस वार्षिक सभा का प्राथमिक एजेंडा राष्ट्रीय श्रम मुद्दों पर केंद्रित था, जिसमें श्रमिकों के अधिकारों को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया। परिषद ने व्यावसायिक स्वास्थ्य से संबंधित चिंताओं को संबोधित करने के महत्व पर जोर दिया, पत्थर काटने से फेफड़ों की बीमारियों और तंबाकू कारखाने के श्रमिकों के बीच कैंसर की उच्च घटनाओं जैसी बीमारियों के उदाहरणों पर प्रकाश डाला। इन चुनौतियों के बावजूद, भारत सरकार अभी तक प्रभावित व्यक्तियों को पर्याप्त कवरेज और अधिकार प्रदान नहीं कर पाई है।
बैठक की एक प्रमुख घोषणा 30 जनवरी को गांधी जी के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में होने वाले बड़े पैमाने के कार्यक्रम की थी। दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से लगभग 10 हजार लोगों के आने की उम्मीद है। यह सभा व्यक्तियों के लिए अपने अधिकारों पर जोर देने और अपनी मांगों को स्पष्ट करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी, जो श्रमिकों के कल्याण पर व्यापक चर्चा में योगदान देगी।
राष्ट्रीय श्रमिक संघ परिषद भारत में श्रमिकों के अधिकारों के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता को मजबूत करने वाले इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देश भर के सभी नागरिकों को आमंत्रित करती है और मेहमानों का स्वागत करती है। परिषद का यह लक्ष्य है कि साथ मिलकर, एक ऐसे भविष्य का निर्माण करने का प्रयास करते हैं जहां मजदूरों को सम्मान, सुरक्षा और अधिकार दिए जाएं जिसके वे असली हकदार हैं।