उत्तरकाशी से 16 दिन बाद अच्छी खबर आई है। निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रैट माइनर्स की टीम ने मैन्युअल ड्रिलिंग पूरी की। इसके बाद श्रमिकों तक पाइप पहुंचाया गया, फिर मेडिकल टीम सुरंग के अंदर दाखिल हुई। यह खबर मिलते ही लखीमपुर खीरी के गांव भैरमपुर निवासी मंजीत की मां की आंखें चमक उठी हैं। वह अपने बेटे का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। मंजीत के पिता चौधरी उत्तरकाशी में ही मौजूद हैं। उनके पास मोबाइल फोन नहीं है। किसी दूसरे के फोन से परिजनों को सूचना दी है। मंगलवार की सुबह खबर मिली थी कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को जल्द ही बाहर निकाला जा सकता है, यह खबर सुनते ही बेटे के इंतजार में गुमसुम बैठी मां का चेहरा चमक उठा। उन्होंने बताया कि बचाव कार्य में लगी मशीनें जब रुक जाती थीं, तो ऐसा लगता था कि जिंदगी रुक गई। अब उनकी जान में जान आई है।