शहीद मेजर आशीष को उनके पिता लालचंद और चचेरे भाई मेजर विकास ने मुखाग्नि दी। मेजर विकास भारतीय सिविल सेवा में झांसी में तैनात हैं। वह शुक्रवार को ही अपने घर पहुंचे थे।उन्होंने बाकायदा वर्दी पहनकर अपने शहीद भाई मेजर आशीष को अंतिम विदाई दी, वहीं शहीद मेजर की पत्नी ज्योति, मां कमला और बेटी वामिका भी श्मशान घाट में पहुंची। मेजर आशीष की तीनों बहनों ने उनको सैल्यूट किया और भारत मां के जयकारे लगाकर मेजर आशीष को अंतिम विदाई दी। वहीं, बहन सुमन, ममता, अजू ने वी प्राउड ऑवर ब्रदर कहकर भाई आशीष को देश का बेटा बताया।