शराब के धंधे पर रोक लगाने को जिलों में एंटी लीकर टास्क फोर्स (एएलटीएफ) का गठन किया जाएगा। इस टास्क फोर्स की जिम्मेदारी खासकर ग्रामीण इलाकों में होनेवाले शराब के अवैध कारोबार पर लगाम लागने की होगी।
डीजीपी द्वारा जिलों को कम से कम 5-6 ऐसी टीम का गठन करने को कहा गया है। हर टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर रैंक के अफसर करेंगे। इसके अलावा इसमें सब-इंस्पेक्टर, जिला सशस्त्र बल के 4 जवान और मद्यनिषेध विभाग से संबंद्ध किए गए 10 होमगार्ड को रखा जाएगा।
जिलों के एसपी एएलटीएफ के गठन का आदेश जारी करेंगे। आदेश में टास्क फोर्स के मद्यनिषेध संबंधि दायित्वों के साथ टीम के सभी सदस्यों का नाम और मोबाइल नंबर भी अंकित रहेगा। टीम के गठन का जो आदेश जारी होगा उसकी एक कॉपी आईजी मद्यनिषेध को भी उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए हैं।
ग्रामीण इलाकों के थानों से टैग होगी टीम
एंटी लीकर टास्क फोर्स की हर एक टीम को जिले के ग्रामीण थाना से टैग किया जाएगा। जिस थाना से टीम टैग होगी उसके साथ संयुक्त रूप से शराब के निर्माण और बिक्री के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
जहरीली शराबकांड जैसी घटनाओं को रोकना
वर्तमान समय में जिलास्तर पर एक एंटी लीकर टास्क फोर्स काम कर रही है। पर हाल के दिनों में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद प्रत्येक जिले में 5-6 टीमों का गठन करने का आदेश दिया गया है। इन्हें खासकर ग्रामीण इलाकों में देसी शराब के अवैध धंधे को रोकने की जिम्मेदारी दी जाएगी।