26 सितंबर 2022 से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। नवरात्रि के नौ दिनों में दुर्गा के नौ स्वरूप की पूजा अर्चना की जाती है और नौ दिन अलग – अलग भोग लगाए जाते है।
पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है और गाय के घी का भोग लगाना चाहिए।
दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है और शक्कर,सफेद मिठाई,मिश्री और फल का भोग लगाया जाता है।
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है और दूध या मावे से बनी मिठाई और खीर का भोग लगाया जाता है।
चौथे दिन मां कूष्माण्डा की पूजा की जाती है और मालपुआ का भोग लगाते हैं।
छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है और शहद चढ़ाया जाता है।
सातवे दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है और गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाया जाता है।
आठवे दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है और नारियल का भोग लगाया जाता है।
नवमी दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है और अनार और तिल का भोग लगाया जाता है।