पुलिस जांच के दौरान यह बात सामने आई है। वहीं, जुलूस के दौरान नारे लगाने वाले कई और संदिग्ध पुलिस के रडार पर हैं।
मंगलवार को द-मिलादुल नबी पर मुस्लिम समुदाय के समूह ने जुलूस निकाला था। आरोप है कि इसी समूह द्वारा जुलूस के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए। इससे संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इस पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बुधवार सुबह सेक्टर-20 थाने का घेराव कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। पुलिस की जांच में वीडियो सही पाया गया। इसके तहत पुलिस ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के आरोप में मोहम्मद जफर, समीर अली और अली रजा को गिरफ्तार किया था। पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी मोहम्मद जफर बजरंग दल के कार्यकर्ता अजय चौधरी की हत्या में शामिल रहा है। सेक्टर-8 में रहने वाले अजय चौधरी की अक्टूबर 2018 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
डीसीपी राजेश एस ने बताया कि इसी मामले में जफर को जेल भेजा गया था। पुलिस के रडार पर जुलूस के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले कुछ और संदिग्ध हैं। उनकी पहचान करने में जुटी है। उनके खिलाफ सबूत इकट्ठा होते ही गिरफ्तारी की जाएगी।
इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने अपर पुलिस कमिश्नर लव कुमार से मुलाकात की। पुलिस ने संबंधित वीडियो को जांच के लिए चंडीगढ़ फॉरेंसिंक लैब में भेजा है। युवा क्रांति सेना के सदस्यों ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।