बिहार मुख्यमंत्री की शराबबंदी पर सवाल भाजपा के बाद अब चिराग के समर्थन में आए मांझी

बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री और हम के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जीतन राम मांझी  ने कहा है कि  चिराग पासवान एनडीए में रहते हैं तो वे इसका स्‍वागत करते हैं। लेकिन यह उनका व्‍यक्तिगत मत है, एनडीए या जदयू का नहीं। इस क्रम में उन्‍होंने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी का नहीं। इस क्रम में उन्‍होंने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) पर भी सवाल खड़े कर दिए। उन्‍होंने कहा कि इस कानून की समीक्षा की जरूरत है बता दें कि इससे पहले भाजपा की ओर से भी कहा गया था कि चिराग पासवान एनडीए में हैं।

 मांझी के इस बयान के बाद अब जदयू की ओर से क्‍या प्रतिक्रिया आती है, इसका सभी को इंतजार है। नई दिल्‍ली में भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद मांझी ने कहा कि शराबबंदी से पहले बिहार में जितनी शराब बिकती थी, अब उससे दोगुनी ज्‍यादा बिकने लगी है। ऐसे में इस कानून की समीक्षा की जरूरत है। क्‍योंकि कानून का डंडा जिनपर चलता है, उनमें  से तीन चौथाई लोग गरीब तबके के होते हैं। यूं कहें कि गरीब ही ज्‍यादा कार्रवाई की जद में आते हैं।

 मांझी ने सारण के एमपी राजीव प्रताप रूडी की ओर से दी गई एंबुलेंस से शराब मिलने के मामले में कहा कि इसमें रूडी जी पर सवाल खड़ा करना गलत है। सांसद और विधायक अपने कोष से एंबुलेंस देते हैं। लेकिन उसका गलत उपयोग होने लगे तो इसमें जनप्रतिनिधि की तो गलती नहीं है।

 हां, जो दोषी हैं उनपर कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन राजीव प्रताप रूडी पर सवाल उठाना गलत है।पूर्व मुख्‍यमंत्री ने कहा कि उत्‍तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में जदयू और भाजपा का गठबंधन हो जाता है तो वे भी साथ में लड़ना चाहेंगे। लेकिन यदि दोनों पार्टियां अलग-अलग लड़ती हैं तो वे जदयू के साथ चुनाव लड़ेंगे। सीमावर्ती इलाके में जहां, हमारा वर्चस्‍व है, उन सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रयास करेंगे। मांझी ने यह भी कहा कि यदि जदयू सीट नहीं देगा तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे।