जानिए क्या है वजह: कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर क्यों बैठे?

हल्द्वानी के मानपुर पश्चिम क्षेत्र में शुक्रवार को पोल लगाने को लेकर ऊर्जा निगम और स्थानीय लोगों में विवाद तूल पकड़ गया। बिजली अफसरों से नाराज कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत रात करीब साढ़े दस बजे  क्षेत्रवासियों के साथ धरने पर बैठ गए। भगत ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर फटकार लगाई। मामला तूल पकड़ते ही बिजली अफसरों ने आनन-फानन से हाथ-पांव जोड़कर मंत्री से माफी मांगी और विद्युत व्यवस्था बहाल की।

तब जाकर रात करीब 11.15 बजे काबीना मंत्री भगत समेत क्षेत्रवासियों ने धरना समाप्त किया।रामपुर रोड पालम सिटी से सटे मानपुर पश्चिम क्षेत्र के पास सड़क किनारे बिजली का खंभा शिफ्ट करने को लेकर  क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति बाधित की गई थी। शाम करीब पांच बजे क्षेत्रवासियों का ऊर्जा निगम की टीम से विवाद बढ़ गया। लोगों के विरोध को देखते हुए ऊर्जा निगम की टीम मौके से वापस लौट आई।

बिजली बहाल न होने पर भड़के लोग: विभाग से खफा क्षेत्रवासी सड़क पर इकट्ठा होकर अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। घंटों बाद भी क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बहाल न होने पर शाम करीब सात बजे स्थानीय लोग सड़क पर धरने पर बैठ गए। लोगों का आरोप था कि ऊर्जा निगम की टीम गूल के दूसरी ओर लगे खंभे को सड़क पर लगा रही है। इससे लोगों की आवाजाही बाधित होगी।

मंत्री पौन घंटे तक धरने पर जमे रहे 

स्थानीय लोगों के कई घंटे परेशान रहने की खबर मिलने पर कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत समर्थकों के साथ रात करीब 10.30 पर मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि ऊर्जा निगम की लापरवाही की वजह से क्षेत्र के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। ऊर्जा निगम की टीम के माफी मांगने पर ही वह रात 11.15 पर धरने से उठे। ईई डीडी पांगती के अनुसार क्षेत्रवासी जहां चाहेंगे, बिजली का पोल वहीं लगा दिया जाएगा।

भड़के भगत ने निकाली अफसरों की अकड़

हल्द्वानी। मानपुर पश्चिम में पालम सिटी से लगे इलाके में लगे बिजली के खंभे को गूल से सड़क पर शिफ्ट करने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। ऊर्जा निगम पर मनमानी का आरोप लगा स्थानीय लोगों ने मोर्चा खोल दिया। इस बीच कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत के लोगों के साथ धरने पर बैठने से विभागीय अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। पहले मुकदजा दर्ज कराने की धमकी देने वाले अफसर हाथ जोड़कर खड़े हो गए। स्थानीय पार्षद राजेंद्र नेगी ने बताया कि शाम 5 बजे ऊर्जा निगम के कर्मचारी क्षेत्र में एक बिजली के खंभे को गूल पार से सड़क पर शिफ्ट करने पहुंचे।

स्थानीय लोगों ने सड़क की चौड़ाई कम बताते हुए इसका विरोध किया। तब एक अफसर ने सरकारी काम बाधा डालने और मुकदमा कराने की धमकी देते हुए चला गया। पार्षद नेगी ने बताया क्षेत्र में पोल शिफ्ट करने के लिए गए शट डाउन को बहाल नहीं किया गया। जब शाम 7 बजे तक बिजली नहीं आई तो लोग एकत्र होने लगे और प्रदर्शन किया।

माफी मांगी:स्थानीय लोगों को परेशानी में देख कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत गुस्से में आ गए। उन्होंने ऊर्जा निगम के अफसरों के सामने नाराजगी जाहिर की। ऊर्जा निगम के अफसरों ने हाथ जोड़कर माफी मांगी।

मांग मानी:जिस पोल को सड़क पर शिफ्ट करने का विरोध लोगों ने किया था, उसे गूल के पार ही वर्तमान स्थान से थोड़ा हटाकर लगाया जाएगा।   डीडी पांगती, अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण ग्रामीण खंड