गोरखपुर जिले की दो प्रमुख नदियों राप्ती और गोर्रा का जलस्तर अब भी खतरे के निशान से ऊपर है। जबकि दो नदियों रोहिन और घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है। मगर घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने और राप्ती व गोर्रा का जलस्तर धीरे-धीरे नीचे की तरफ आने से बाढ़ प्रभावित इलाकों से पानी नहीं निकल पा रहा है। इस कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लगभग हर साल बाढ़ को झेलने वाले लोग भी मान रहे हैं कि इस साल राप्ती नदी बहुत धीमी गति से नीचे आ रही है। जबकि हर साल उसका पानी जितनी तेजी से ऊपर चढ़ता था उतनी ही तेजी से नीचे आ जाता था। राप्ती नदी शुक्रवार के इस साल के उच्चतम जलस्तर खतरे के निशान से 2.34 मीटर से 95 सेमी नीचे आ गई। फिर भी वह खतरे के निशान से 1.39 मीटर ऊपर बह रही है।