राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के इस आरोप कि नीतीश कुमार जानबूझकर राजद को जमीन नहीं दे रहे, पर जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने पलटवार किया है। कहा है कि जगदानंद सिंह जमीन की मांग कर बेवजह कुतर्क कर रहे हैं। कहा कि हाईकोर्ट को जो स्थांतरित जमीन है, वह उन्हें कैसे दे दी जाएगी।
ललन सिंह ने कहा कि राजद के जब 22 विधायक थे तब हम लोगों ने उनसे जमीन छीन लिया था क्या? कहा कि संख्या बल के आधार पर कोई नीतिगत फैसला नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2005 में जो नीतिगत फैसला लिया, उसमें संख्याबल कहीं नहीं है। उसमें ये है कि चाहे राष्ट्रीय हों या क्षेत्रीय, जो भी मान्यता प्राप्त दल हैं, उन्हें पटना में जमीन दी जाएगी। इसके तहत जिस पार्टी ने जहां जमीन मांगी, उन्हें दी गयी। राजद ने भी जो मांगा वह मिला।
अब उसका विस्तार करना चाहते हैं तो पटना हाईकोर्ट से गुहार लगाएं। पटना हाईकोर्ट से कह दें कि जमीन वापस कर दीजिए। राज्य सरकार इसमें कहां आती है। कहा कि महागठबंधन की सरकार थी तो कौन था भवन निर्माण मंत्री? तब क्यों नहीं वापस ले ली जमीन?