गोरखपुर जिले में गगहा के जगदीशपुर भलुआन गांव में 20 अगस्त को काजल की गोली मारकर हत्या में शामिल आरोपी हरीश को पुलिस ने गुरुवार को जगदीशपुर भलुआन निर्माणाधीन अंडरपास के पास से गिरफ्तार कर लिया। हरीश बांसगांव में अपने अधिवक्ता से कोर्ट में हाजिर होने के लिए मिलने आया था। इसी बीच पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एक लाख रुपये के इनामी हरीश को दबोच लिया। तलाशी में उसके पास से एक तमंचा, एक कारतूस, 2550 रुपये बरामद हुए हैं। हरीश हाशिम पुरा, थाना देवबंद, जनपद सहारनपुर का निवासी है।
घटना में अवैध असलहे का इस्तेमाल होने की वजह से एडीजी ने इस प्रकरण की जोन कार्यालय से जांच कराई थी। जांच रिपोर्ट में पता चला है कि बीट पुलिसिंग गगहा में प्रभावी नहीं थी। ना ही ऑपरेशन तमंचा, ऑपरेशन दस्तक के तहत ही काम किया गया था। इसके तहत काम किया गया होता तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती। लापरवाही उजागर होने पर एडीजी अखिल कुमार ने एसएसपी को पत्र लिखकर थानेदार को हटाने का आदेश दिया है। साथ ही सीओ बांसगांव से स्पष्टीकरण लेकर उनके द्वारा इन मामलों की समीक्षा नहीं करने पर दंडात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह ने गुरुवार को पुलिस लाइंस में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पिता राजू नयन सिंह की पिटाई होती देख काजल घटना का वीडियो बना रही थी। इस दौरान उसे गोली मार दी गई थी। लखनऊ में इलाज के दौरान काजल की मौत हो गई थी। केस दर्ज कर पुलिस जांच में लगी थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी हरीश अधिवक्ता से उनवल या बांसगांव में किसी स्थान पर मिलने आ रहा है।
यह भी पता चला कि आरोपी वहीं पर रुकेगा भी। इस सूचना पर पुलिस टीम सक्रिय हो गई। कुसमौल पुलिया तक छानबीन की गई। आगे रास्ता बंद था फिर उनवल की ओर टीम गई। इसी दौरान टेकवार तिराहे के पास अंबेडकर मूर्ति के पास एक संदिग्ध बैठा दिखाई दिया। पुलिस को देखते ही उसने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस के पास हरीश का फोटो था जिससे मिलान करने पर उसकी पहचान हो गई। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने घटना का कारित करना कबूल कर लिया।