प्रदेश के गन्ना किसानों को राहत देने के लिए योगी सरकार गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी करेगी। गन्ना पेराई के नए सत्र से पहले गन्ना किसानों का पिछला बकाया भुगतान करा दिया जाएगा। वहीं किसानों के पुराने बिजली के बिल पर ब्याज में छूट देने के लिए सरकार एक मुश्त समाधान योजना (ओटीएस) लागू करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रदेश के किसान नेताओं के साथ बातचीत में किसानों की समस्याएं सुनने के बाद किसानों को राहत देने के लिए ये घोषणाएं की।
मुख्यमंत्री आवास पर गन्ना किसानों के साथ हुए संवाद में किसानों ने गन्ना मूल्य में तीन साल से बढ़ोतरी नहीं होने, किसानों पर दर्ज मुकदमे और डीजल कीमत अधिक होने जैसी समस्याएं रखी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में गन्ना किसानों से संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी करेगी। इसके लिए जल्द ही संबंधित लोगों से बात कर निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ फसल जलाने के आरोप में दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएंगे और उनसे वसूला गया जुर्माना भी किसानों को वापस लौटाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नए गन्ना पैराई सत्र से पहले पिछला सारा भुगतान करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पश्चिमी क्षेत्र की चीनी मिलें 20 अक्तूबर, मध्य क्षेत्र की चीनी मिलें 25 अक्तूबर से और पूर्वी क्षेत्र की चीनी मिलों का संचालन नवंबर के पहले सप्ताह से शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली का बिल बकाया होने के कारण एक भी किसान का विद्युत कनेक्शन नहीं काटा जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के पुराने बिजली के बिलों पर बयाज में छूट देने के लिए सरकार ओटीएस स्कीम लेकर जाएगी।
किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने बताया कि किसान संवाद में 55 जिलों के 154 किसान शामिल हुए थे। सात किसानों ने साढ़े चार साल में मोदी-योगी सरकार की ओर से किसानों के हित में लागू योजनाओं के लिए आभार जताते हुए अपनी समस्याएं और मांगे सीएम के सामने रखी। बैठक में गन्ना मंत्री सुरेश राणा सहित अन्य लोग मौजूद थे।