आत्महत्या की कोसिस से महिला ने लगाई नदी में छलांग, मछुआरों ने बचाई जान

केदारनगर (अंबेडकरनगर)। अयोध्या में राम की पैड़ी स्थित सरयू नदी में आत्महत्या के लिए छलांग लगाने वाली वृद्ध महिला आश्चर्यजनक ढंग से सोमवार को सुबह करीब 10 घंटे बाद सुरक्षित मिल गई। रातभर पानी के थपेड़ों से जूझते हुए वह इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के सालारगढ़ के निकट करीब 50 किलोमीटर दूर मछुआरों को दिखी तो उन्होंने फौरन नदी में उतरकर उसे बाहर निकाला। महिला के जीवित बचने को लेकर हर कोई इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहा था। पुलिस ने जरूरी लिखा-पढ़ी के बाद महिला को परिवारीजनों के सुपुर्द कर दिया।

सोमवार भोर में करीब पांच बजे इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र स्थित सालारगढ़ की तरफ कुछ स्थानीय मछुआरे निकले तो उन्हें नदी में दूर से एक महिला दिखाई पड़ी। इस पर तत्काल स्थानीय हरिद्वार मांझी, अभिषेक मांझी व अखिलेश आदि नदी में कूद गए। वे सब आगे पहुंचे, तो देखा कि वृद्ध महिला नदी के कछार में बालू के टीले पर पड़ी थी। वह टीले पर उगे सरपत के झुरमुट को पकड़कर संघर्ष कर रही थी। ग्रामीणों ने उसे नाव के सहारे किनारे पहुंचाया। इसके बाद वे उसे सलारगढ़ गांव में ले गए। वहां महिलाओं ने वृद्ध महिला के कपड़े आदि बदले। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी सुधांशु वर्मा ने सब इंस्पेक्टर कैलाश सिंह यादव, सिपाही शगुफ्ता खान, अर्पित सिंह, मुकेश यादव व प्रमोद शर्मा आदि को मौके पर भेजा। नदी के पानी के थपेड़ों के चलते महिला परेशान व थकी हुई थी।

अयोध्या से सालारगढ़ तक नदी में लगभग 50 किमी. तक पानी की लहरों व थपेड़ों के बीच चले संघर्ष में उसकी सांसें जीत गईं। आराम होने के बाद महिला की पहचान अयोध्या जनपद के इनायतनगर थाना अंतर्गत महुलारा निवासी श्यामपती के रूप में हुई। वृद्धा ने पुलिस कर्मियों को बताया कि उनके पुत्र जयप्रकाश व ओमप्रकाश ने उसके पैसे छीन लिए। बहुओं ने भी मारपीट की। इसकी शिकायत कई बार इनायतनगर थाने व चौकी में की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वह इन दिनों डमारापुर स्थित अपनी इकलौती बेटी मंजू के घर रह रही थी। वह शनिवार को शाहगंज के चौमुनवा स्थित अपने भाई को राखी बांधने की बात कहकर बेटी के घर से निकली थी।

देर शाम तक न तो वह अपने भाई के घर पहुंची और न ही बेटों के पास। महिला रातभर अयोध्या में रही। इसके बाद रविवार का पूरा दिन व्यतीत किया। अंधेरा होते ही उसने करीब सात बजे राम की पैड़ी से सरयू नदी में छलांग लगा दी। उधर, बाद में एसओ सुधांशु वर्मा ने बताया कि जरूरी लिखा-पढ़ी के बाद महिला को उनके परिवारीजनों के सुपुर्द कर दिया गया।

महिला को परिवारीजनों के किया सुपुर्द

इब्राहिमपुर में महिला के मिलने की खबर मिलते ही वृद्धा के दोनों पुत्र ओमप्रकाश व चंद्रप्रकाश तथा पुत्री मंजू इब्राहिमपुर थाने पहुंच गए। वहां बड़े पुत्र ओमप्रकाश ने बताया कि उनकी मां उन सबसे नाराज होकर अपनी बेटी मंजू के पास रह रही थी। शनिवार को वह राखी बांधने की बात कहकर घर से निकली थीं। इसके बाद से कोई पता नहीं चल रहा था। वे रविवार शाम को नदी में कूद गई थीं, जिन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया है।