सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज अशोक भूषण के पैतृक मकान पर बमबाजी में दो बाइकों पर आए छह बदमाश शामिल थे। मकान के पास ही लगे एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से इस बात का खुलासा हुआ है। कर्नलगंज के साथ ही एसओजी व सर्विलांस टीमें फुटेज के आधार पर बदमाशों का पता लगाने में जुटी हैं।
घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने जांच पड़ताल शुरू की। घर में लगे सीसीटीवी कैमरे को देखा गया तो वह बंद मिला। रिटायर्ड जज के भाई अनिल भूषण से बातचीत में अफसरों को पता चला कि वर्तमान में मकान में रंगाई-पोताई का काम चल रहा है। यही वजह थी कि पिछले कुछ दिनों से कैमरा बंद पड़ा है। जांच पड़ताल के क्रम में पुलिस मकान के पास ही लगे एक कैमरे की फुटेज में बमबाजी करने वाले नजर आए। फुटेज से पता चला कि वारदात में छह बदमाश शामिल थे, जो दो बाइकों पर सवार होकर आए थे। बदमाशों ने चलती बाइक से ही दीवार पर बम फेंके और फिर भाग निकले। फुटेज के सहारे ही पुलिस की टीमें बदमाशों को चिह्नित करने के प्रयास में जुटी रहीं। लेकिन देर रात तक उनका कोई सुराग नहीं मिल सका था।
सक्रिय पुलिसिंग के दावों पर भी सवाल
सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज के पैतृक मकान पर बमबाजी की वारदात से शहर में अफसरों के सक्रिय पुलिसिंग के दावों पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि वारदात शाम पांच बजे के आसपास हुई। इस वक्त पर अमूमन शहर भर की फोर्स सक्रिय रहती है और इस दौरान जगह-जगह वाहन चेकिंग भी होती रहती है। इसके बावजूद दो बाइकों पर छह बदमाशों का बम लेकर घूमना और पुलिस को इसकी भनक न लगना लापरवाही से ज्यादा कुछ नहीं है। मामले में डीआईजी से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।