महराजगंज में पिछले दिनों पकड़ी गईं थीं 700 करोड़ की नशीली दवाएं। भालोटिया में स्थित है थोक दवा की दुकान, जहां से हुई सप्लाई।
महाराजगंज जिले में पिछले दिनों करीब 700 करोड़ की नशीली दवाओं की बरामदगी के मामले में अब जांच गोरखपुर तक पहुंच गई है। औषधि प्रशासन विभाग को पड़ताल के दौरान गोरखपुर से दवाओं की आपूर्ति के सबूत मिले हैं। दवाओं की सप्लाई भालोटिया मार्केट स्थित दवा की थोक दुकान से हुई है। जांच टीम गोरखपुर के एक व्यापारी से पूछताछ कर सकती है।
अभी तक की पड़ताल में पाया गया है कि भालोटिया में थोक व्यापार की बड़ी फर्म से महराजगंज के नशे के दवा कारोबारियों के संपर्क हैं। इस फर्म से समय-समय पर लाखों रुपये की दवाएं खरीदी गईं हैं। इसके अलावा कुछ दवाएं कटिंग के जरिए सप्लाई भी हैं। जिसकी रसीद नशे के कारोबारी नहीं दे पा रहे हैं।
विभाग को अब तक 21 लाख रुपये की दवाओं की खरीद की रसीद मिली है। इसमें ज्यादातर नशीली दवाओं की खरीद हुई है। बताया जा रहा है कि भालोटिया स्थित थोक दवा की दुकान से महाराजगंज के भी दो व्यापारियों ने दवाएं खरीदी हैं। इन व्यापारियों की महाराजगंज में दवा की थोक व फुटकर दुकान है। इसके अलावा उन्होंने गोरखपुर में भी थोक दवा के कारोबार में मोटी रकम लगाई है। इनमें से एक दुकान भालोटिया मार्केट में है। इसी दुकान के जरिए थोक दवा के कारोबार में उनका नेटवर्क है।
एक्सपायर दवाओं को खपाने में होता है खेल
जानकारों के अनुसार दवाओं के खेल में यह नेटवर्क बेहद ही मजबूत है। यह बिहार के ग्रामीण अंचलों से लेकर नेपाल तक फैला है। इस नेटवर्क से एक्सपायर दवाओं को नए सिरे से लेबल लगाकर उन्हें खपा दिया जाता है।
सहायक आयुक्त औषधि एजाज अहमद ने बताया कि मामले की जांच तेजी से चल रही है। इसमें कुछ सबूत हाथ लगे हैं। इसमें कुछ थोक प्रतिष्ठानों की रसीद भी मिली है। जिनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा।
15 डीडीयू में छात्रा की मौत का मामला: प्रियंका की सहपाठियों से पूछताछ, एसएसपी ने देखा घटनास्थल
एसएसपी विपिन टाडा ने जानकारी ली, एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार। छात्रा की मौत की एक-एक कड़ी तलाशी जा रही है। गृह विज्ञान विभाग के स्टोर रूम में फंदे से लटकता मिला था प्रियंका का शव।
गोरखपुर यूनिवर्सिटी की छात्रा प्रियंका कुमारी की मौत के मामले में पुलिस ने उसकी दो सहपाठियों (छात्रा) से भी पूछताछ की है। दो और सहपाठियों से पूछताछ होगी। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में अभी कोई खास जानकारी नहीं मिली है। छात्रा की मौत की एक-एक कड़ी तलाशी जा रही है। इसी सिलसिले में नवागत एसएसपी डॉ विपिन टाडा भी बुधवार को गृह विज्ञान विभाग के स्टोर रूम जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। स्टोर रूम में ही छात्रा प्रियंका का शव अपने ही दुपट्टे के फंदे से लटका मिला था। दूसरी तरफ, सीन री-क्रिएट करने वाली एफएसएल की स्टेट मेडिकोलीगल टीम की रिपोर्ट का भी इंतजार है। पूरी छानबीन व रिपोर्ट के बाद ही पुलिस इस केस में अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचना चाहती है। यही वजह है कि दर्ज केस में पुलिस कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती है।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार दोपहर एसएसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। गृह विज्ञान के स्टोर रूम गए जहां पर प्रियंका का शव ट्यूबलाइट के हुक से दुपट्टे के सहारे लटका मिला था। एसएसपी ने मामले की विवेचना कर रहे पुलिस क्षेत्राधिकारी चौरीचौरा से सारी जानकारी ली। साथ ही कहा कि जांच पूरी करके मामले का पर्दाफाश किया जाए। इसी बीच पुलिस ने प्रियंका के साथ पढ़ने वाली दो छात्राओं से भी पूछताछ की है।