उत्तर प्रदेश औद्योगिक एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण यूपीडा और सोसाइटी ऑफ़ इंडियन डिफेन्स मैन्युफ़ैक्चरर्स के बीच शुक्रवार को एक एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अवनीश अवस्थी ने कहा है कि एमओयू के तहत एसआईडीएम के माध्यम से लगभग 1000 करोड़ रुपये के निवेश की सम्भावना है। अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अलीगढ़ नोड के शुभारम्भ किए जाने की उम्मीद है।
इसके तहत उत्तर प्रदेश को रक्षा उद्योग के गढ़ के रूप में स्थापित करने के लिए विभिन्न एमएसएमई, स्टार्टअप, रक्षा औद्योगिक इकाइयां को महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस एमओयू के माध्यम से विदेशी एवं घरेलु निवेशकों को प्रदेश में निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साथ ही साथ यूपी डिफेन्स इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के सन्दर्भ में कौशल विकास तथा शैक्षणिक संस्थाओं के महत्वपूर्ण योगदान के बारे में भी बताया गया।
सीईओ अवस्थी ने यह भी उल्लेख किया कि प्राधिकरण ने भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के साथ कॉरिडोर के तहत झांसी में 250 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया है। इस अवसर पर सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स महानिदेशक सुनील मिश्रा और एसआईडीएम यूपी चैप्टर के अध्यक्ष सचिन अग्रवाल और सीआईआई उत्तरी क्षेत्र रक्षा और एयरोस्पेस समिति के अध्यक्ष मनोज गुप्ता के साथ उपस्थित रहे।
इस तीन-वर्षीय एमओयू के तहत एक संयुक्त यूपीडा-एसआईडीएम रक्षा उद्योग मंच (उद्योग उत्कर्ष) की स्थापना की जाएगी। इस एमओयू के प्रावधानों में बैठकों के साथ-साथ निवेश की समीक्षा भी शामिल होगी। एसआईडीएम एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो भारत में रक्षा उद्योग के विकास और क्षमता निर्माण के लिए एक अधिवक्ता, उत्प्रेरक और सूत्रधार के रूप में सक्रिय भूमिका निभाता है। यूपी राज्य में यूपी डिफेंस कॉरिडोर की सुविधा के लिए नियुक्त की गई नोडल एजेंसी है।