फतेहपुर: जल निकासी बंद करने से 10 हजार बीघा फसल हुई जलमग्न, भड़के किसानों ने किया हंगामा, तोड़फोड़

बारिश का पानी एकारी-रमवां के आसपास जमा होने लगा। रमवां, एकारी, बुधइयापुर, मदरियापुर, मुगलचक, बीबीहाट, बिलंदा, जयचंदपुर, फैजुल्लापुर आदि गांवों में चार फीट तक खेतों में पानी भर गया

फतेहपुर जिले में रेलवे लाइन चौड़ीकरण का काम कर रही जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की लापरवाही से करीब 10 हजार बीघे खेत में लगी फसल जलमग्न हो गई। गुस्साए किसानों ने सोमवार को कंपनी के कार्यालय पर धावा बोल दिया। जीएम को बंधक बनाया और यहां खड़े ट्रक पर पथराव कर दिया।

लाठी-डंडे से लैस लोग करीब सात घंटे तक जमे रहे। जेसीबी और पोकलैंड की मदद से सड़क काटकर पानी निकाला गया, इसके बाद किसानों का गुस्सा शांत हुआ। जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने अपना प्लांट एकारी गांव में बनाया है।

शहर से लेकर कई गांवों के पानी की निकासी अभी तक एकारी और रमवां के बीच बने पुल के नीचे स्थित नाले से होती थी। लेकिन जीएमआर का प्लांट लग जाने से यहां से जलनिकासी बंद हो गई। कंपनी की ओर से जलनिकासी के लिए पुलिया बनाकर पाइप डाले गए, लेकिन पाइप में सिल्ट जमा होने से पानी की निकासी बंद हो गई।

बारिश का पानी एकारी-रमवां के आसपास जमा होने लगा। रमवां, एकारी, बुधइयापुर, मदरियापुर, मुगलचक, बीबीहाट, बिलंदा, जयचंदपुर, फैजुल्लापुर आदि गांवों में चार फीट तक खेतों में पानी भर गया। इससे नाराज ग्रामीण सोमवार को प्रधान एकारी व अतरहा के साथ कंपनी के जीएम एके बाजपेई से मिले।