अहमदाबाद- सौराष्ट्र की जामनगर सीट पर वैसे मुकाबला दो आहीरों के बीच भाजपा की पूनम माडम व कांग्रेस के मुलूभाई कंडोरिया में है, लेकिन एक जडेजा परिवार की उठापटक सीट के परिणाम को असर कर सकती है, यह परिवार है क्रिकेटर रवींद्र जडेजा का।
लोकसभा चुनाव प्रचार के साथ जामनगर का जडेजा परिवार भी खूब चर्चा में है। क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रीवाबा वाया श्री राजपूत करणी सेना से भाजपा में पहुंची तो अब उनके पिता अनिरुद्ध सिंह जडेजा व बहन नैनाबा जडेजा कांग्रेस में शामिल हो गए। रीवाबा जामनगर से लोकसभा चुनाव लड़ाना चाहती थी। गुजरात सरकार के दो क्षत्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह व प्रदीप सिंह जडेजा की हरी झंडी के बाद वे भाजपा की सदस्य बनी लेकिन सांसद पूनम माडम के आगे उनकी एक नहीं चली। अब बताया जा रहा है कि टिकट नहीं मिलने से नाराज जडेजा परिवार के दो सदस्य कांग्रेस में शामिल हो गए।
क्रिकेटर रवींद्र का कैरियर बनाने में नैनाबा की बड़ी भूमिका बताई जाती है। वे कुछ माह पहले नेशनल वूमंस पार्टी की गुजरात अध्यक्ष बनी थी, लेकिन अब उससे इस्तीफा देकर पिता अनिरुद्ध के साथ कांग्रेस में शा मिल हो गई। एक ही परिवार में दो राजनीतिक विचारधारा होने पर नैनाबा कहती हैं कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भाभी रीवाबा के साथ मेरा आशीर्वाद है, लेकिन उन्होंने व पिता ने अपनी पसंद से कांग्रेस को चुना है। जामनगर सीट पर दोनों उम्मीदवार आहीर समुदाय से आते हैं। इसके अलावा पाटीदार व क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है। जडेजा परिवार का जामनगर में अच्छा खासा प्रभाव है, जिसका असर चुनाव परिणामों पर भी पड़ सकता है।
क्रिकेटर रवींद्र जडेजा के पिता और बहन कांग्रेस में शामिल
क्रिकेटर रवींद्र जडेजा के पिता और बहन रविवार को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गए। खास बात यह है कि एक महीने पहले ही जडेजा की पत्नी भाजपा में शामिल हुई थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के गृह राज्य की सभी 26 लोकसभा सीटों के लिए तीसरे चरण में 23 अप्रैल को मतदान होना है। हार्दिक पटेल रविवार को जामनगर जिले के कालवाद शहर में आयोजित एक चुनावी रैली में शामिल होने गए थे।
इसी सभा में क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की बहन नैनाबा और पिता अनिरुद्ध सिंह जडेजा कांग्रेस का पटका पहनकर पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान जामनगर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मुलु कंडोरिया भी मौजूद थे। यहां के लोग मानते हैं कि जडेजा के पिता और बहन के कांग्रेस में शामिल होने से परिवार की अंदरूनी लड़ाई बाहर आ गई है। दरअसल, कांग्रेस पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को जामनगर से प्रत्याशी बनाना चाहती थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी दो साल की सजा पर रोक लगाए जाने संबंधी याचिका पर तुरंत सुनवाई से इन्कार करने के बाद उनके चुनाव लड़ने की संभावनाएं पूरी तरह खत्म हो गई।
रवींद्र जडेजा के क्रिकेटर बनने के सफर में पिता अनिरुद्ध सिंह के साथ-साथ बहन नैनाबा जडेजा का बड़ा योगदान है। रवींद्र की मां की मौत के बाद नैनाबा जडेजा ने ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठाई थी। जडेजा ने कई बार कैमरे के सामने भी बहन और पिता के योगदान को स्वीकार किया।
जामनगर निवासी और चेन्नई सुपर किंग्स के ऑल-राउंडर जडेजा की पत्नी रीवाबा तीन मार्च को जामनगर में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई थीं। इस दौरान पार्टी सांसद पूनमबेन मादम भी मौजूद थीं। पिछले चुनाव में पूनम ने अपने चाचा और बड़े कांग्रेस नेता विक्रम मादम को हराया था। रीवाबा गुजरात में राजपूत करणी सेना के महिला मोर्चा से भी जुड़ी रही हैं। यहां के क्षत्रिय समुदायों की मदद से ही वे भाजपा में शामिल हुई।