हरियाणा में BJP को मिला शिअद का साथ, दोनों मिलकर लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

पंजाब, उत्तराखंड और दिल्ली के बाद अब हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी तथा शिरोमणि अकाली दल (बादल) मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इनेलो से राजनीतिक रिश्ते खत्म होने के बाद यह पहला मौका है, जब अकाली दल ने हरियाणा में भाजपा का बिना शर्त समर्थन करने का निर्णय लिया है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, शिरोमणि अकाली दल (बादल) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा राज्यसभा सदस्य बलविंद्र सिंह भूंदड, अकाली दल के प्रदेश अध्यक्ष शरणजीत सिंह सोंटा तथा एकमात्र विधायक बलकौर सिंह के साथ हुई बातचीत में दोनों दलों के बीच आपसी सहयोग की सहमति बनी।

पिछले कई दिनों से चल रही दोनों दलो के बीच बातचीत को मुख्यमंत्री खट्टर ने शुक्रवार को अपने नरवाना दौरे के दौरान उजागर किया। अकाली दल के नेताओं की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने इस लोकसभा चुनाव में अकाली दल का समर्थन मिलने की बात कही। हरियाणा में दो दर्जन विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जिन पर सिख मतदाता अच्छा खासा प्रभाव रखते हैं। सूबे में सिख मतदाताओं की संख्या 13 लाख से अधिक है।

भाजपा हरियाणा की आठ लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। शिरोमणि अकाली दल (बादल) लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों के लिए काम करेगा, जबकि अगला विधानसभा चुनाव दोनों दल मिलकर लड़ेंगे। विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे पर अलग से बातचीत होगी। भाजपा पंजाब में अकाली दल (बादल) की सहयोगी पार्टी है तथा वहां सत्ता में भागीदार भी रह चुकी है।