लखनऊ। उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतारने वाली बहुजन समाज पार्टी की मुखिया दो अप्रैल से देश में अपनी पार्टी की चुनावी सभा करेंगे। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के साथ उनकी पहली सभा सहारनपुर के देवबंद में सात अप्रैल को होगी।
बसपा सुप्रीमो मायावती दो अप्रैल से देशव्यापी चुनावी दौरे शुरू करेंगी। वह 17 मई तक लगातार कहीं न कहीं चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी। सूबे में सात अप्रैल को मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव देवबंद से संयुक्त रूप से चुनाव प्रचार का श्रीगणेश करेंगे। बसपा ने सत्रहवीं लोकसभा के लिए उत्तर प्रदेश के साथ ही लगभग हर राज्य में प्रत्याशी खड़े किए हैं। हालांकि, अबकी जहां पार्टी सपा और रालोद से गठबंधन कर यहां चुनाव मैदान में उतरी है वहीं दूसरे प्रदेशों में भी क्षेत्रीय दलों से गठबंधन कर प्रत्याशी उतारे हैं।
पार्टी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती 45 दिनों में करीब सौ सभाएं करेंगी। मायावती औसतन दो सभाएं रोज करेंगी। चुनावी सभाओं का सिलसिला दो अप्रैल से शुरू होगा। मायावती की पहली चुनावी जनसभा जहां दो अप्रैल को ओडिशा में होगी वहीं तीन-चार अप्रैल को आंध्रप्रदेश व तेलंगाना, पांच को नागपुर में सभाएं रखी गई हैं। 10 अप्रैल को बसपा प्रमुख मैसूर-चेन्नई में, 11 को केरल में और 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉ.भीमराव आंबेडकर की जयंती पर मायावती छत्तीसगढ़ के जांजगीर संसदीय क्षेत्र में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी। गौर करने की बात यह है कि बसपा के संस्थापक कांशीराम ने 1984 में इस क्षेत्र से ही पहला चुनाव लड़ा था। तब यह क्षेत्र मध्यप्रदेश में था। 17 अप्रैल को बसपा सुप्रीमो की गुजरात के अहमदाबाद में चुनावी जनसभा रखी गई है।
दूसरे राज्यों की सभाओं के बीच नवरात्र के दौरान सात अप्रैल को मायावती और अखिलेश यादव देवबंद में संयुक्त रैली से सूबे में भी चुनावी शंखनाद करेंगे। संयुक्त रैली में राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजित सिंह भी मौजूद रहेंगे। गठबंधन के मद्देनजर मायावती की जहां सपा के कोटे वाली सीटों पर अखिलेश के साथ संयुक्त चुनावी जनसभा होगी वहीं मायावती बसपा के कोटे वाली सभी 38 सीटों पर भी सभाएं करेंगी। चुनावी सभाएं मतदान के अंतिम चरण से पहले 17 मई तक लगातार जारी रहेंगी। ज्यादातर चुनावी दौरे में मायावती के साथ उनके भतीजे आकाश के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद सतीश चंद्र मिश्र भी रहेंगे।