इलाहाबाद संसदीय- सीट पर लोकसभा चुनाव 2019 में किन्नर अखाड़ा प्रमुख लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी दावेदारी कर सकती हैं। प्रयागराज की जनता की मांग के बाद सोमवार को उन्होंने इसके संकेत दिए हैं। हालांकि यह दावेदारी किसी दल की ओर से होगी या निर्दल प्रत्याशी के रूप में यह फिलहाल तय नहीं है। भाजपा और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत के लिए वह सोमवार को दिल्ली रवाना हो चुकी हैं। माना जा रहा है कि बातचीत के बाद एकाध दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। 28 मार्च को दोबारा प्रयागराज आ रहीं अखाड़ा प्रमुख चुनाव लड़ने का औपचारिक ऐलान कर सकती हैं।
प्रयागराज कुम्भ मेले में किन्नर अखाड़ा लाखों श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा। अखाड़े की लोकप्रियता का प्रमुख कारण अखाड़ा प्रमुख लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और सहयोगी भवानी को माना जा रहा है। प्रयागराज में मिले जबर्दस्त सम्मान के बाद जनता ने उनसे चुनाव लड़ने की अपील की है। उनकी फेसबुक वॉल पर स्लोगन लगाया गया है कि ‘प्रयागराज की यही पुकार लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी बने सांसद अबकी बार।’
पोस्ट और लोगों की मांग के बाद उन्होंने चुनाव लड़ने का मन बनाया है। एक वीडियो वायरल कर उन्होंने कहा कि प्रयागराज की जनता ने उन्हें प्यार और सम्मान दिया है। अगर जनता चाहती है कि वह चुनाव लड़ें तो वह उनके प्यार का सम्मान करेंगी। उनका कोई परिवार नहीं है। ऐसे में भ्रष्टाचार का सवाल ही नहीं उठता। उन्हें सिर्फ प्यार चाहिए। जनता 10 कदम चलेगी तो वह उनके लिए हजार कदम चलने के लिए तैयार हैं। अगर सूत्रों की मानें तो प्रयागराज सीट से लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और फूलपुर सीट से किन्नर अखाड़े की भवानी का चुनाव लड़ना तय है। हालांकि भवानी के चुनाव लड़ने पर कोई बयान नहीं आया है।
क्या होगा दलगत समीकरण
कांग्रेस इस वक्त दोनों सीटों से प्रत्याशी का इंतजार कर रही है। ऐसे में पहले से चर्चित हैं लक्ष्मीनारायण और भवानी को टिकट देने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि टिकट का निर्णय शीर्ष नेतृत्व को ही लेना है। 28 मार्च को महेवा कौशाम्बी में रत्नावली इलाके में चलने वाली रामकथा में शिरकत के लिए लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी प्रयागराज आएंगी। इसी दौरान चुनाव पर स्थिति भी स्पष्ट करेंगी।