नई दिल्ली/गुरुग्राम। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) अजित डोभाल ने मंगलवार को गुरुग्राम के कादरपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 80वें स्थापना दिवस पर परेड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवाला में हुए आतंकी हमले में 40 जवानों की शहादत को नमन किया। उन्होंने सीआरपीएफ के जवानों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि जवानों का यह बलिदान देश कभी नहीं भूल सकता है।
जब भी हमारी बैठकें होती हैं और चर्चा होती है कि किस बल को भेजना है? कितनी बटालियनें भेजी जानी चाहिए? हम कहते हैं, सीआरपीएफ भेजें, यह एक विश्वसनीय बल है। हम पूरी तरह से CRPF जवानों पर भरोसा कर सकते हैं। इस तरह की विश्वसनीयता हासिल करने में सालों लग जाते हैं।
बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार गुरुग्राम के कादरपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारियों की प्रशिक्षण अकादमी तथा ग्रुप सेंटर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। सीआरपीएफ का गठन ब्रिटिश शासनकाल में 1939 में हुआ था।
यह दूसरी बार था जब डोभाल 2014 में मोदी सरकार द्वारा शीर्ष सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किए जाने के बाद से किसी भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। अजित डोभाल ने 2015 में भी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 54वें स्थापना दिवस पर परेड का निरीक्षण किया था।