उत्तर प्रदेश -के मेरठ के सदर थाना क्षेत्र की भूसा मंडी में अवैध निर्माण तोड़ने पर बवाल हो गया। मौके पर गई कैंटोमेंट बोर्ड और पुलिस की टीम से स्थानीय लोगों ने बदतमीजी करते हुए मारपीट कर दी। पुलिसकर्मी का वायरलेस छीन लिया। इसके बाद वहां करीब 100 से ज्यादा झुग्गी झोपड़ी में आग लगा दी गई। एक धार्मिक स्थल भी आग की चपेट में आ गया।
मकानों में बड़ी संख्या में रखे सिलेंडर विस्फोट के साथ फटे तो पूरा शहर दहल उठा। घटना के विरोध में गुस्साए लोगों ने जमकर बवाल किया। कई बसों और वाहनो में तोड़फोड़ की और आगजनी का प्रयास किया। उपद्रवियों ने कई दुकानों में लूटपाट भी की। पूरे शहर में दंगे की अफवाह फैल गई।
भूसा मंडी में बड़ी संख्या में झुग्गी-झोंपडी सहित पक्के मकान बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि रहीसु नाम का व्यक्ति अपने मकान का निर्माण कर रहा था। बुधवार दोपहर कैंटोमेंट बोर्ड के सीईई अनुज सिंह और सदर थाने की पुलिस ने निर्माण को अवैध बताकर ध्वस्त कर दिया। इसे लेकर वहां रहने वाले लोगों और टीम के अधिकारियों में भिड़ंत हो गई। स्थानीय लोगों ने रोक लगाया कि कैंट बोर्ड के अधिकारी अवैध वसूली कर रहे हैं और रुपए नहीं देने पर निर्माण गिराया गया है। बताया जा रहा है कि गुस्साई भीड़ ने कैंट बोर्ड के एक कर्मचारी को पीट दिया और फैंटम पुलिस के सिपाही सतेंद्र से वायरलेस छीन लिया। बवाल बढ़ने की सूचना पर पहुंची सदर थाने की पुलिस से भी हाथापाई हुई। इसके बाद बवाल बढ़ता ही चला गया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने पुलिस की देखरेख में झुग्गियों में आग लगा दी। देखते ही देखते आग ने विकराल रुप धारण कर लिया और पूरी बस्ती चपेट में आ गई। बस्ती में मौजूद करीब 100 से ज्यादा झुग्गी-झोपड़ी और मकान आग से धधकने लगे। एक धार्मिक स्थल भी आग की चपेट में आकर पूरी तरह जल गया। घरों में रखे सिलेंडर तेज आवाज से फटने लगे। इससे पूरे इलाके में भगदड़ मच गई। लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर भाग गए। घरों में बड़ी संख्या में बकरियां और अन्य पशु बंधे रह गए जो आग में जलकर मर गए।
स्थानीय लोगों ने कैंट बोर्ड के अधिकारियों पर आग लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने रोडवेज बस सहित कई वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। आग लगाने का भी प्रयास किया। डीएम-एसएसपी सहित पूरे जिले का पुलिस-प्रशासनिक अमला मौके पर आ गया। उन्होंने भीड़ को जैसे तैसे समझाया। फिलहाल आग लगी हुई है और उसे बुझाने के प्रयास जारी हैं।