बड़ी लापरवाही-मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की पांच बच्चियां फरार, मचा हड़कंप

पटना। मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले का ट्रायल दिल्ली की साकेत कोर्ट में ट्रांसफर करने के बाद 23 फरवरी यानी आज साकेत कोर्ट में आरोपियों की पेशी हुई। इससे पहले आज सुबह साढ़े तीन बजे इस अहम कांड की गवाह पांच लड़कियां फरार हो गई हैं। इन लड़कियों को मोकामा के स्थित बालिका गृह में रखा गया था, जहां से ये लड़कियां फरार हो गई हैं।

सात लड़कियां फरार, जिला प्रशासन में मचा हड़कंप

मोकामा के नाजरथ द्वारा संचालित बालिका गृह से सात लड़कियों के  फरार होने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। जिलाधिकारी कुमार रवि , एसएसपी गरिमा मलिक , ग्रामीण एसपी सुनील कुमार , एएसपी लिपि सिंह समेत अन्य अधिकारियों की टीम मोकामा पहुंच चुकी है। नाजरथ मिशनरी द्वारा संचालित नाजरथ अस्पताल परिसर में संचालित चाइल्ड केयर होम की सुरक्षा व्यवस्था को खंगालने में जुटी है ।

इसी बालिका गृह की एक अन्य संवासिन ने अपना नस काट लिया है । जिसे पटना के एम्स में भर्ती कराया गया है । जानकारी के अनुसार पिछले दिनों मुज्जफरपुर के बालिका सुधार गृह से लाकर यहां रखा गया था । ये कहा गया था कि मनोचिकित्सक से इन संवासिनों का यहां इलाज कराया जाएगा ।

इस वारदात से प्रशासन के होश उड़े हुए हैं । कोई भी कुछ बताने से कतरा रहा है । पुरे परिसर को जवानों ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है । किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं है । संचालिका से प्रशासन के लोग पूछताछ में जुटे है । यहाँ मौजूद अन्य संवासिनों से मिल रही सुविधा व व्यवस्था को लेकर पूछताछ की जा रही है । वहीँ सुरक्षा को लेकर हुई चूक की भी गहन छानबीन की जा रही है ।

गत वर्ष भी चार संवासिनों के दिन में ही कर्मियों को झांसा देकर भाग जाने के वारदात के वावजूद एक ओर जहां सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं । वहीँ पुनः यहां की एनजीओ को संवासिनों के रखे जाने का मुद्दा भी जांच के घेरे में है । गत दिनों महिला आयोग की टीम ने भी इस केयर सेंटर का जायजा लिया था ।

आयोग की तात्कालीन अध्यक्ष ने यहां की व्यवस्था पर संतोष जताया था । सूत्र बताते हैं कि इन संवासिनों का मनोचिकित्सा के साथ इन्हें सुशिक्षित करने का भी विभाग द्वारा आदेश दिया गया था । इन आदेशों का कहां तक अनुपालन हो सका प्रशासन की मुद्दे की भी जांच कर रही है ।

संचालिका ने भगोड़े संवासिनों का  फोटो के साथ बायोडाटा मोकामा थाने को सौंपे जाने की सूचना है । इस वारदात को लेकर जिले समेत सीमा से जुड़े अन्य जिलों को भी हाई अलर्ट किये जाने की बात कही गयी है । महिला आयोग की टीम भी किसी वक़्त यहाँ आने वाली है ।

एफएसल की टीम जांच करने के लिए मोकामा रिमांड होम रवाना हो गई है। एसपी और सीआइडी के नेतृत्व में टीम रवाना हुई है। साथ ही डॉग स्क्वॉयड की टीम भी मोकामा रवाना हो गई है।

दिल्ली के साकेत कोर्ट में आज हुई सुनवाई

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 7 फरवरी को इस मामले को साकेत कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुजफ्फरपुर ट्रायल कोर्ट से इस केस के सभी दस्तावेज साकेत कोर्ट में पहुंच गए हैं। एडिशनल सेशंस जज सौरभ कुलश्रेष्ठ की कोर्ट ने आज इस मामले की सुनवाई की, जिसमें सभी सभी आरोपियों की कोर्ट में पेशी हुई। सोमवार को मामले की अगली सुनवाई होगी।

पटना के जिलाधिकारी ने कहा-

बालिका गृह से सात लड़कियाों के गायब होने के मामले में पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने कहा है कि मिसिंग रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है और सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा-

भाजपा उपाध्यक्ष देवेश कुमार ने कहा कि सभी मामलों पर जांच की जा रही है और सरकार हमेशा ही सीबीआइ को सहयोग करती रहती है। ये सुरक्षा में लापरवाही का मामला है और दोषियों पर जरूर कार्रवाई की जाएगी।

राजद ने पूछा-किसे बचाने की हो रही साजिश 

वहीं, राजद ने मामले पर बिहार सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा है कि आज रात मुज़फ़्फ़रपुर शेल्टर होम की गवाह बची 7 बच्चियों को भी ग़ायब कर दिया गया। सत्ता शीर्ष पर बैठे किस शख़्स को बचाने की साज़िश हो रही है? पीड़ित बच्चियाँ अभी भी क्यों सुरक्षित नहीं है? SC की मॉनिटरिंग के बावजूद ये दु:साहस कौन कर रहा है? सीएम को किस बात पर फँसने का डर है?‬ अभी भी अनाथ बच्चियों के साथ कितना घिनौना कार्य किया जा रहा है?