देश की सीमा पर शहीद हुए वीर जवानों के आश्रित बच्चों की सुविधा के लिए हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी की परीक्षा में बैठ रहे शहीद के आश्रित बच्चे चाहें तो अपने शहर में या हरियाणा के किसी भी जिले में अपना परीक्षा केंद्र बदल सकेंगे।
इसी तरह की व्यवस्था केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने भी की है। बोर्ड सचिव कैप्टन मनोज कुमार के मुताबिक नई व्यवस्था के तहत ऐसे परीक्षार्थी जो अपने शहर या किसी दूसरे शहर में परीक्षा केंद्र बदलवाना चाहते हैं उन्हें इसकी अनुमति दी जाएगी। वहीं अगर परीक्षार्थी किसी कारणवश प्रायोगिक परीक्षा नहीं दे पाते, तो उन्हें भी उनकी सुविधा के मुताबिक यह परीक्षा स्कूल की ओर से बाद में कराई जा सकेगी। यहां तक कि इस श्रेणी के छात्र यदि लिखित परीक्षा भी बाद में देना चाहेंगे तो उन्हें इसके लिए अनुमति दी जाएगी।
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को भी छूट : हरियाणा बोर्ड के स्कूलों में सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी की परीक्षा देने वाले जो छात्र राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले खेलों के प्रतिभागियों को भी छूट दी जाएगी। उन्हें प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए परीक्षा के समय के बावजूद देश विदेश में जाने की अनुमति दी जाएगी। ऐसे खिलाड़ी परीक्षार्थियों की परीक्षा प्रतियोगिता के बाद वापस लौटने पर कराई जा सकेगी। हालांकि इसके लिए ऐसे परीक्षार्थियों की पूरी जानकारी संबंधित स्कूल प्रबंधन के माध्यम से परीक्षा शुरू होने से पहले सबूत सहित बोर्ड कार्यालय में उपलब्ध करानी होगी।
28 फरवरी तक देनी होगी सूचना : सीबीएसई की ओर से भी शहीद परिवार के आश्रितों को बोर्ड परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र बदलने, किसी दूसरे शहर में परीक्षा देने, प्रेक्टिकल या कोई लिखित परीक्षा बाद में देने की छूट दी है। हरियाणा बोर्ड व सीबीएसई ने स्कूलों को जारी दिशा निर्देश में कहा है कि इस श्रेणी के परीक्षाथियों की सूचना 28 फरवरी तक बोर्ड कार्यालय में आनी चाहिए। ऐसे छात्रों की प्रेक्टिकल परीक्षाएं उनकी सहुलियत के मुताबिक 10 अप्रैल तक कराई जा सकेंगी।
शहादत को सलाम किया
हरियाणा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह के मुताबिक उन्होंने इसके तहत हरियाणा के शहीदों की शहादत को सम्मानित करने और सलाम करने के लिए यह फैसला लिया है। उन्होंने प्रयास किया है कि इस परीक्षा में किसी भी शहीद के आश्रित को किसी तरह की दिक्कत न हो।
गुरुग्राम में 92 जवान शहीद परिवार
1962 में हुए भारत चीन युद्ध, भारत पाक युद्ध के अलावा विभिन्न ऑपरेशनों में गुरुग्राम जिले से कुल 92 जवान शहीद हुए हैं। इन सभी जवानों के परिजन और आश्रित गुरुग्राम में रहते हैं। हरियाणा बोर्ड के इस निर्णय का लाभ इन सभी परिवारों के आश्रित यदि बोर्ड परीक्षा में हिस्सा ले रहे होंगे तो उन्हें मिलेगा।