पटना। घर से भागकर प्रेमिका अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी लेकिन जब उसे पता चला कि जिसके साथ उसने जीने-मरने की कसमें खाईं हैं वो प्रेमी नाबालिग है तो लड़की ने जल्दबाजी में प्रेमी के साथ रहने का नायाब तरीका ढूंढ लिया। उसने प्रेमी के विधुर पिता से शादी रचा ली। अब लड़की को अपने प्रेमी के साथ सौतेले मां-बेटे के रूप में रहना पड़ेगा। न तो लड़की को अपना प्यार मिला, न लड़के को।
दरअसल लड़की ने कानूनी दांव-पेंच से बचने के लिए अपने प्रेमी के पिता को ही जीवनसाथी बना लिया। प्रेमी के विधुर बाप के साथ उसने प्रेमी के सामने सात फेरे लिए। अब तो प्रेमी के बाप से लड़की की शादी तो हो गयी, लेकिन अब प्रेमी युगल को एक ही घर में सौतेले मां व बेटे के रूप में रहना पड़ेगा जो दोनों के लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी।
जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर जिले के हलई ओपी क्षेत्र के एक गांव की लड़की को अपने ही कॉलेज में पढ़ने वाले लड़के से प्यार हो गया। दोनों के बीच प्यार का यह सिलसिला कुछ दिनों तक चला ही था कि लड़की को पता चला कि लड़का नाबालिग है।
एेसे में परिस्थिति कुछ ऐसी आ पड़ी की लड़की को अपनी शादी प्रेमी से नहीं, उसके बाप से रचानी पड़ी। इस मामले की जांच कर रहे ओपी के एएसआइ अवधेश कुमार यादव ने बताया कि छह महीने पहले लड़की घर से भाग गई थी और पटोरी थाना क्षेत्र के धमौन निवासी सुनील कुमार के नाबालिग बेटे के पास आ गयी।
प्रेमी युगल एक-दूसरे के साथ रहने लगे और आने वाले जीवन के सपने देखने लगे। इधर, लड़की के परिवार के लोगों ने उसके अगवा करने की प्राथमिकी दर्ज करा दी। इसी बीच जब लड़की को पता लगा कि उसका प्रेमी नाबालिग है और उससे शादी करना संभव नहीं है, तो उसने उसके पिता सुनील से विद्यापति धाम मंदिर में शादी रचा ली।
जानकारी के मुताबिक सुनील की पत्नी की मौत एक साल पहले हो गई थी। शनिवार की शाम पुलिस गिरफ्त में आने पर स्वीकारोक्ति बयान के बाद यह मामला सामने आया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपित राम नरेश राय के पुत्र सुनील कुमार को जेल भेजा दिया है।
बरामद लड़की को 164 के बयान के लिए कोर्ट में प्रस्तुत करने की प्रक्रिया चल रही है। बताते चलें कि घर से भागी लड़की जब खोजबीन के बाद नहीं मिली, तो लड़की के पिता ने गांव के ही चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया था और इसके आरोप में एक आरोपित हरिओम सिंह तीन महीने से जेल में बंद है।