गुरुवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के पुलवामा में हुए आतंकी हमले (terrorist Attack) में उत्तर प्रदेश के सात जवान शहीद हो गए हैं। जैसे ही उनके शहीद होने की सूचना घरों तक पहुंची। वहां कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने देर रात तक उनके घरों में जाकर शहीदों के परिजन को ढांढ़स बंधाया। कुछ जवान लापता भी हैं।
शामली: शादी में शामिल होने आया था प्रदीप घर
जम्मू कश्मीर के हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ में तैनात बनत का जवान प्रदीप शहीद हो गया। इसे लेकर परिजनों में कोहराम मचा है। हालांकि, डीएम और एसपी ने इसकी अधिकारिक पुष्टी नहीं की है। देर रात बनत में उनके आवास पर लोगों का तांता लग गया। मोहल्ले वासियों के मुताबिक प्रदीप बनत में अपने चाचा के लड़के की शादी में आया हुआ था। दो दिन पहले ही वह यहां से गया था।
हमले में आगरा के कौशल रावत शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले में आगरा का जवान कौशल कुमार रावत भी शहीद हो गया। जबकि अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए हमले में मैनपुरी का रामवकील लापता था। सीआरपीएफ हेडक्वार्टर से आई दुखद खबर से पूरा ब्रज शोक में डूब गया।
उन्नाव का लाल अजीत कुमार भी हमले में शहीद
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में जनपद का भी एक जवान शहीद हो गया। टीवी व फोन के माध्यम से जानकारी मिलते परिवार में कोहराम मच गया। अजीत कुमार आजाद 115वीं बटालियन में सीआई के पद तैनात था। देर शाम शहीद होने की खबर मिलते ही मां राजवती और पत्नी मीना व दो बेटियां ईशा और श्रेया रो-रोकर बेहाल हो उठी। जानकारी मिलते ही घर पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ उमड़ने लगी। डीएम देवेंद्र कुमार पाण्डेय सहित कई अफसर रात में ही पहुंच कर परिजनों को ढ़ांढस बंधाते रहे। मृतक पांच भाइयों में सबसे बड़ा था।
रामपुर का सब इंस्पेक्टर भी लापता
कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में रामपुर ग्रुप सेंटर का सब इंस्पेक्टर भी लापता है। उसकी ड्यूटी रोड पर गश्त में थी, लेकिन हमले के बाद से उसकी लोकेशन नहीं मिल रही है। सीआरपीएफ के अधिकारी लगातार कश्मीर से इसकी जानकारी ले रहे हैं। सीआरपीएफ के रामपुर ग्रुप सेंटर की 110 बटालियन कश्मीर में तैनात है। रामपुर के जवानों की ड्यूटी रोड पर गश्त में लगी थी। पुलवामा में जहां पर सीआरपीएफ पर फिदाइन हमला हुआ है वहीं आसपास रामपुर के जवान भी गश्त पर थे। हमले के बाद से ग्रुप सेंटर का सब इंस्पेक्टर मोहनलाल गायब है। उसकी तलाश की जा रही थी, लेकिन देर रात तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी थी। अधिकारी लगातार संपर्क बनाए हुए थे। कमांडेंट राजेश वत्स ने बताया कि एसआई गुम है। कश्मीर में मौजूद अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
मैनपुरी के सैनिक राम वकील के घर में जमा हुए ग्रामीण
मैनपुरी के करहल स्थित विनायकपुर गांव निवासी सैनिक राम वकील पुलवामा हमले के बाद से लापता हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं आ रही। 8 फरवरी को वे मैनपुरी से वापस ड्यूटी पर गए थे। राम वकील के तीन बच्चे राहुल (15), साहुल (10) और गोलू (3) हैं। पिता की काफी पहले ही मौत हो चुकी है। बड़े भाई राम नरेश ही मां अमितश्री और परिवार की देखरेख कर रहे हैं। घर वालों ने बताया कि राम वकील की दिन में उनकी पत्नी गीता से बात हुई थी। वे घरवालों से रोज बात करते थे।
देवरिया का लाल विजय मौर्या भी लापता
आतंकी हमले में देवरिया के रहने वाले विजय मौर्या भी लापता हैं। वे सीआरपीएफ में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। छुट्टी समाप्त कर वह 9 फरवरी को ड्यूटी के लिए घर से रवाना हुए थे। हमले के बाद से उनके बारे में कोई पता नहीं चल पा रहा है। इसको लेकर परिजन बेहद परेशान हैं।