उत्तर प्रदेश में 3300 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग 4 लेन होंगे

सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आम चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश व हरियाणा को लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग का तोहफा देने जा रहे हैं। दोनों राज्यों को 40 हजार करोड़ से अधिक लागत की सड़क परियोजनाओं 15 फरवरी को मंजूरी मिलेगी। वहीं दो परियोजनाओं को जून माह में मंजूरी दी जाएगी। इसके बाद से लगभग 3300 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों को चार लेन बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इससे उत्तर प्रदेश-हरियाणा में जाम से निजात मिलेगी और ट्रैफिक की गति तेज होगी।

सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 15 फरवरी से 10 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को मंजूरी देने का काम शुरू हो जाएगा। इसमें प्रमुख रूप से पैकेज चार में 1581 करोड़ लागत की अलीगढ़-कानपुर के बीच (67 किलोमीटर), पैकेज पांच में 1504 करोड़ लागत की अलीगढ़-कानपुर के मध्य (58 किलोमीटर), 2277 करोड़ की उन्नाव-लालगंज (70 किमी), 980 करोड़ की मेरठ-नजीबाबाद (96 किमी) सड़कों पर काम शुरू होगा।

इसी तरह 2600 करोड़ की लागात से पानीपत-शामली-मुजफ्फरनगर-बिजनौर-नगीना (131 किमी), 1500 करोड़ से मेरठ-गढ़मुक्तेश्वर (47 किमी), 300 करोड़ से मेरठ-बागपत (60 किमी), 500 करोड़ लागत की करनाल-शामली-बुधाना-मेरठ (94 किमी) 15 फरवरी के बाद काम शुरू हो जाएगा।

वहीं 5500 करोड़ लागत की पलिया-शाहजाहांपुर-हरदोई-लखनऊ (270 किमी), 6500 करोड़ लागत की मथुरा-हाथरस-बदायूं-बरेली (215 किमी) राजमार्ग परियोजनाओं को जून 2019 में मंजूरी मिलने की संभावना है। इस प्रकार उत्तर प्रदेश के में 3319 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्गो को चार लेन में विकसित किया जाएगा। उक्त राजमार्ग परियोजनाओं पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) 40,904 करोड़ रुपये खर्च करेगा।

ढाई साल में पूरी होंगी परियोजनाएं
सभी परियोजनओं को को ढाई से तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है। अधिकारी ने बताया कि सभी परियोजनाएं मौजूदा देश के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग के इतर हैं। इसलिए अलीगढ़-कानपुर, मेरठ-नजीबाबाद, पानीपत से बिजनौर वाया शामली-मुजफ्फरनगर, करनाल से मेरठ वाया शामली, पलिया से लखनऊ वाया हरदोई-शाहजहांपुर, मथुरा से बरेली वाया हाथरस-बदायूं आदि का आवागमन सुगम हो जाएगा।