अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से सात किलोमीटर दूर प्रस्तावित एम्स परिसर में आयोजित महारैली स्थल से उन्होंने जवानों की शहादत तथा विपरीत परिस्थितियों में देश के लिए किए जा रहे योगदान को याद किया। सीमा से लगे लोगों में देशभक्ति के जज्बे तथा जवानों के प्रति सम्मान की भावना को भुनाते हुए उन्होंने याद दिलाया कि वन रैंक वन पेंशन की वर्षों से लंबित मांग को भाजपा ने ही पूरा किया। कांग्रेस ने तो आनन-फानन में 2014 के बजट में इसके लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान कर दिया था ताकि चुनाव में इसका लाभ उठाया जा सके। उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की कि कांग्रेस जवानों को बरगलाने में भी पीछे नहीं रही क्योंकि उसे अच्छी तरह पता था कि इतनी कम धनराशि में कुछ होने वाला नहीं है।
कांग्रेस को किसानों का दुश्मन बताने की कोशिश में मोदी ने कांग्रेस की नियति व नीयत पर भी सवाल उठाए। कहा कि किसानों की कर्जमाफी की कांग्रेस की न तो नियत और न ही नियति रही है। हमेशा उसने बिचौलिए का पेट भरने की कोशिश की है। कांग्रेस को ऐसा डॉक्टर बताने की कोशिश की जो बुखार के लिए पुड़िया देता है और फिर बुखार कुछ दिनों बाद हो जाता है। भीड़ से सवाल किया कि कैसा डॉक्टर चाहिए जो बुखार के लिए पुड़िया दे या फिर जड़ से खत्म करने वाला।
मोदी ने सीमावर्ती लोगों के गुस्से को कम करने की कोशिश की
पाकिस्तान की गोलाबारी से लगातार विस्थापन तथा जान-माल के नुकसान का दंश झेल रहे सीमावर्ती ग्रामीणों में बंकर न बनाए जाने को लेकर गुस्सा है। वे समय-समय पर इस संबंध में प्रदर्शन भी कर चुके हैं। मोदी ने सीमावर्ती ग्रामीणों की दुखती रग पर मरहम लगाते हुए याद दिलाया कि पाकिस्तान को उसकी गुस्ताखी का करारा जवाब दिया जा रहा है। लोगों की सुरक्षा का भी सरकार को ख्याल है। इस वजह से 14 हजार बंकर बनवाए जा रहे हैं। यह काम शुरू हो चुका है।