उत्तर प्रदेश में कथित अवैध खनन धनशोधन मामले में आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूछताछ कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार ईडी के जोनल ऑफिस में ताला बंद करके आईएएस अधिकारी से पूछताछ की जा रही है। ईडी ने चंद्रकला के वकील से साफ कह दिया था कि अगर वह पेश न हुईं तो गिरफ्तार की जा सकती हैं। जिसके बाद चंद्रकला पेश हुई हैं। इससे पहले 24 जनवरी को इस मामले में बी. चंद्रकला ईडी के समक्ष व्यक्तिगत रूप से पेश नहीं हुई थीं, लेकिन उन्होंने ईडी कार्यालय में 17 जनवरी को ही दस्तावेज जमा कराए थे। चंद्रकला ने अपने कानूनी प्रतिनिधि को दस्तावेजों के साथ केंद्रीय जांच एजेंसी के लखनऊ जोनल कार्यालय भेजा और एजेंसी को यह भरोसा दिया कि वह बाद में अदालत में पेश होंगी।
2008 बैच की आईएएस अधिकारी चंद्रकला ने कहा था कि वह निजी कारण से प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश होने में सक्षम नहीं थी। ईडी ने 2012 से 2016 के बीच हमीरपुर इलाके में अवैध खनन की जांच के लिए दायर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी का संज्ञान लेने के बाद धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। इसके बाद पिछले सप्ताह निदेशालय ने चंद्रकला को समन जारी किया था। नऊ सीबीआई ने कहा था कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस दौरान खनन विभाग संभाल रहे थे, इसलिए इस मामले में उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।