उत्तराखंड: दूसरे दिन पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी जारी, मसूरी-उत्तरकाशी में फंसे पर्यटकों को निकाला

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में दूसरे दिन भी बारिश और बर्फबारी जारी रही। वहीं बर्फबारी से बंद हुई सड़कों के कारण मसूरी और उत्तरकाशी में सैकड़ाें पर्यटक फंस गए हैं। मसूरी और उत्तरकाशी में फंसे पर्यटकों को मंगलवार देर रात प्रशासन की टीम द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया। वहीं ऋषिकेश, हरिद्वार में घने बादल छाए हुए हैं। नैनीताल में कोहरा छाया हुआ है। यहां तड़के हल्की बारिश हुई, जिसके बाद सर्दी और बढ़ गई है। वहीं बुधवार को तड़के राजधानी में ओलावृष्टि हुई और इसके बाद रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहा। हालांकि बाद में हल्की धूप निकल आई।

प्रभारी निरीक्षक भावना कैंथोला के मुताबिक धनोल्टी मार्ग पर देर रात ही पर्यटकों को उचित स्थान पर पहुंचा दिया गया था। जो वाहन धनोल्टी मार्ग पर फंसे हैं उन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही एतिहात बरतते हुए मसूरी से धनौल्टी की ओर अभी किसी भी पर्यटक को नहीं जाने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मार्ग बर्फबारी के कारण संकरा और फिसलन भरा बना हुआ है। बाहर से आए पर्यटकों का वहां गाड़ियां चलाना संभव नहीं है।

धनोल्टी टिहरी मोटर मार्ग पर भारी मात्रा में बर्फबारी के कारण कई किमी. तक वाहन फंसे हुए हैं। वाहन सड़क पर ही खड़ा करके बड़ी संख्या में पर्यटक पैदल ही 15 -16 किमी दूर मसूरी देर रात पहुंच गए थे। कुछ पर्यटकों ने धनोल्टी मार्ग पर आस-पास के होटलों में ही शरण ली। मसूरी में देर रात से लगातार बारिश हो रही है। वहीं मंगलवार को मसूरी-धनोल्टी मार्ग पर करीब 15 किमी जाम लगा रहा। हजारों स्थानीय लोग और पर्यटक सुबह 11 बजे से शाम तक मार्ग पर ही फंसे रहे।

यमुनोत्री क्षेत्र सहित पूरी यमुनाघाटी मे सोमवार मध्य रात्री से बारिश व हिमपात रुक-रुक कर बुधवार सुबह तक जारी रहा। जिसके चलते यमुना घाटी में मंगलवार दोपहर तीन बजे से बिजली ठप है। क्षेत्र मुख्यालय से सम्पर्क अभी भी कटा हुआ है। जबकि यमुनोत्री क्षेत्र से लगे दर्जन भर गांव के ग्रामीण घरों में कैद हो गए हैं।

लोग बर्फ गलाकर पानी पी रहे हैं

यमुनोत्री क्षेत्र से लगे इन गांवों पानी की भी समस्या हो गई हैं। लोग बर्फ गलाकर पानी पी रहे हैं। खरसाली के रणवीर सिंह राणा ने बताया कि बिजली-पानी न होने से परेशानी हो रही है।

नई टिहरी और आसपास के क्षेत्रों में बुधवार सुबह से बारिश हो रही है। ठंड से जनजीवन प्रभावित हुआ है। जिला मुख्यालय नई टिहरी सहित 150 गांवो में विद्युत आपूर्ति ठप है। बर्फबारी से चंबा धनोल्टी सड़क दूसरे दिन भी नहीं खुल पाई है।

चमोली जिले में लगातार दूसरे दिन भी मौसम खराब बना हुआ है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है। समूचा जनपद कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वहीं श्रीनगर में बारिश जारी है। यहां 24 घंटे में 21 मिलीमीटर बारिश हुई है।

केदारनाथ सहित अन्य ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी जारी

रुद्रप्रयाग जनपद में बारिश जारी है। केदारनाथ सहित अन्य ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे बांसबाड़ा में बंद पड़ा हुआ है। यहां कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है।

वहीं मंगलवार को केदारघाटी, कालीमठ घाटी, मद्महेश्वर घाटी के ऊपरी गांवों में देर शाम तक बर्फबारी होती रही। यहां चार फीट तक बर्फ जमने से पैदल रास्ते बंद हो गए हैं। जिले में दिलमी, चौमासी, करोखी, पेंज, जाल तल्ला, गड्गू, गिरीया, झुडोली, पाटा, रांसी, गौंडार आदि गांवों में बर्फबारी से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उधर, चिरबटिया और आसपास के गांवों में भी पैदल रास्ते बर्फ से ढक चुके हैं।

जोशीमठ शहर में 9 साल बाद बर्फबारी हुई है। जिले के करीब 125 गांव बर्फ से ढक गए हैं। पोखरी क्षेत्र के 127 गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप पड़ गई है।गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में करीब तीन से चार फीट तक बर्फ जमी है। जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे समेत करीब एक दर्जन मार्ग बर्फ से अवरुद्ध हैं।

उत्तरकाशी में फंसे गुजरात के पर्यटक

बर्फबारी का लुत्फ लेने उत्तरकाशी पहुंचे गुजरात के पर्यटकों की गाड़ी धरासू-यमुनोत्री हाईवे पर सिल्क्यारा बैंड के पास फंस गई थी। बर्फबारी का सिलसिला जारी रहने और सड़क अवरुद्ध होने से वाहन में 12 पर्यटक फंसे हुए थे। इन पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए पुलिस की टीम भेजी गई। उत्तरकाशी में फंसे पर्यटकों को मंगलवार देर रात प्रशासन की टीम द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राजकोट गुजरात के 12 युवा बर्फबारी का लुुत्फ लेने के लिए उत्तरकाशी पहुंचे थे। मंगलवार को ये लोग बड़कोट की ओर जा रहे थे। सिल्क्यारा बैंड के पास बर्फबारी शुरू होने पर यह वाहन से उतरकर बर्फ का लुत्फ लेने लगे। इतने में बर्फबारी से सड़क अवरुद्ध होने के कारण इनका वाहन वहीं फंस गया।

फंसे हुए पर्यटक यश भाई ने दूरभाष पर अमर उजाला को बताया कि वे 12 पर्यटक थे। इस संबंध में एसडीएम डुंडा सौरभ असवाल से बात करने पर उन्होंने बताया कि सिल्क्यारा बैंड के पास पर्यटकों के फंसे होने की सूचना मिली है। पुलिस की टीम मौके पर भेजी गई है, जो इन पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर ठहराने की व्यवस्था करेगी। जिसके बाद टीम ने उन्हें सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया।