नई दिल्ली । लगातार 15 साल तक दिल्ली की सीएम रहीं शीला दीक्षित बुधवार को भव्य समारोह के बीच दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (DPCC) अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेंगी। पार्टी कार्यालय में आयोजित समारोह में बड़ी संख्या में दिग्गज नेता पहुंचे हैं। इनमें दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन भी शामिल हैं।
वहीं, समारोह में 1984 सिख दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर भी देखे गए। इतना ही नहीं, समारोह में सबसे अगली पंक्ति में बैठे जगदीश टाइटलर ने भाजपा- आम आदमी पार्टी (AAP) को कांग्रेस पर हमला बोलने का मौका दे दिया। अब इस पर हंगामा शुरू हो गया है।
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा- ‘उनके परिवार ने हाल ही में क्या किया? राहुल जी इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। यह सब बयां करता है कि उनके मन में सिख दंगा पीड़ितों के लिए कोई भावना नहीं है।’
यहां पर बता दें कि पूर्व कांग्रेसी नेता और पूर्व सांसद सज्जन कुमार को दोषी करार दिए जाने के बाद दंगा पीड़ितों और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा था कि जल्द ही अदालत से टाइटलर को भी सजा मिलेगी। ऐसे में 1984 में हुए भीषण सिख दंगों का आरोप टाइटलर पर भी है। इस मामले में कोर्ट ने पूर्व कांग्रेस सासंद सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई है। टाइटलर के औपचारिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद राजनीतिक विवाद गहरा गया है।
समारोह में मौजूदगी पर समाचार एजेंसी एएनआइ के संवाददाता द्वारा 1984 में हुए सिख दंगों को लेकर सवाल उठाने पर जगदीश टाइटलर ने कहा- ‘इस पर मैं क्या टिप्पणी कर सकता है, जब कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। आप इसमें मेरे नाम का जिक्र क्योें कर रहे हैं। क्या मेरे नाम पर FIR है? क्या कोई केस है? नहीं। अगर नहीं तो फिर क्यों मेरा नाम लिया जा रहा है? किसी ने कहा और आपने विश्वास कर लिया।’
पदभार ग्रहण के बाद शीला दीक्षित ने आम आदमी पार्टी के साथ पार्टी के गठबंधन के सवाल पर शीला दीक्षित ने नहीं कहा है। शीला ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव लाना गलत था। ऐसे में हम किसी गठबंधन के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं।
इससे पहले दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (DPCC) अध्यक्ष का पद संभालने से पहले ही आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर अहम बयान दिया था। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में कहा था कि राजनीति पूरी तरह चुनौती भरी होती है और इस चुनौती का मुकाबला भी करेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आम आदमी पार्टी (AAP) दोनों हमारे लिए चुनौती हैं। वहीं, उन्होंने दिल्ली में AAP से गठबंधन पर कहा कि अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है।
शीला दीक्षित के ताजपोशी समारोह में दिल्ली में सियासी बदलाव की झलक भी दिखाई दी। बुधवार को हुए इस पदभार ग्रहण समारोह की तैयारियों का जिम्मा शीला कैबिनेट के तीन पूर्व मंत्रियों ने स्वयं संभाल संभाला। समारोह स्थल पर बैनर, पोस्टर और होर्डिंग्स लगाए गए। अपने तीनों सिपहसालारों यानी कार्यकारी अध्यक्षों हारून यूसुफ, राजेश लिलोठिया और देवेंद्र यादव के साथ प्रदेश कार्यालय राजीव भवन पहुंची।
औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करने के बाद शीला दीक्षित कार्यालय के पीछे पंडाल में दिल्ली के तमाम नेताओं, संगठन पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगी। समारोह में प्रदेश प्रभारी पीसी चाको तो संभवतया अपनी कुछ व्यस्तताओं के कारण न आएं, लेकिन वरिष्ठ पार्टी नेता अहमद पटेल और मोतीलाल वोरा की उपस्थिति दर्ज हो सकती है।