बीएचयू के कुछ छात्रों ने गुरुवार को पीएम मोदी को एक पत्र लिखते हुए टेंट भेजा है और आग्रह किया है कि भगवान श्रीराम की तरह ही इस टेंट का इस्तेमाल सभी सांसद और विधायक करें। 11 छात्रों के इस ग्रुप में से एक इतेंद्र चौबे ने कहा है कि पीएम मोदी के हालिया बयान से भगवान राम के भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं जिसमें उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर अध्यादेश लाने के किसी भी फैसले को न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही माना जा सकता है।
बता दें कि पीएम मोदी ने एएनआई न्यूज एजेंसी को हाल ही में एक इंटरव्यू दिया था और उसी इंटरव्यू में उन्होंने यह बात कही थी। चौबे ने आगे कहा कि भगवान राम करोड़ों हिंदुओं के आदर्श हैं। यदि भगवान राम एक टेंट में रह रहे थे, तो उनके भक्त सभी सुविधाओं से सुसज्जित सरकारी बंगलों में कैसे रह सकते हैं। उन्हें भी टेंट में रहना चाहिए। ग्रुप के एक अन्य छात्र पतंजलि ने कहा कि हमने एक पत्र के साथ पीएम मोदी को तिरपाल भेजा है। हम आशा करते हैं कि सांसद और विधायक, जो भगवान राम के भक्त होने का दावा करते हैं, कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक तम्बू में ही रहेंगे। उन्होंने पीएम मोदी को पहला टेंट भेजा, जिनके नेतृत्व में भाजपा को 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिला क्योंकि पार्टी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का वादा किया था। उन्होंने आगे कहा कि पीएम के इस बयान ने भगवान राम के काफी भक्तों को निराश किया है।