31 दिसंबर की रात को नए साल के जश्न की खुमारी में पूर्व जेडीयू विधायक के फार्महाउस पर जिस महिला को गोली लगी थी उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई है।
फोर्टिस अस्पताल में भर्ती अर्चना गुप्ता की हालत शुरू से ही बहुत गंभीर बनी हुई थी, आज इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस व अस्पताल प्रशासन को कल ही जानकारी दी थी कि अगर अर्चना गुप्ता (48) की मौत हो जाती है तो उसके अंग दान किए जाएंगे। अर्चना को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।
अर्चना गुप्ता के पति विकास गुप्ता का रियल एस्टेट का बिजनेस है। बताया जा रहा है कि जब अर्चना गुप्ता पार्टी में थी तो उसके साथ उसकी 15 वर्षीय बेटी साथ में थी। बेटी पार्टी में मां के साथ ही मौजमस्ती कर रही थी। अर्चना आर्किटेक्ट हैं और उसका कार्यालय पर्यावरण कॉम्पलेक्स, महरौली में है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गोली महिला के सिर की हड्डी में फंसी हुई थी। अर्चना के सिर से गोली को नहीं निकाली जा सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि गोली निकालने के लिए ऑपरेशन किया गया तो महिला की जान को खतरा हो सकता है।
ये है पूरा मामला, विधायक हुए गिरफ्तार
दिल्ली में नए वर्ष पर जश्न के दौरान हुई फायरिंग में गोली लगने से घायल महिला के मामले में फरार चल रहे बिहार के पूर्व विधायक को गार्ड के साथ कुशीनगर की पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली एसटीएफ की सूचना पर पटहेरवा पुलिस ने बिहार के पूर्व विधायक को उनके गार्ड के साथ फाजिलनगर के बघौच मोड़ से पकड़ा। बाद में पकड़े गए लोगों को दिल्ली एसटीएफ को सौंप दिया।
पुलिस के मुताबिक बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के साहबगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजू सिंह के दिल्ली स्थित निजी आवास (रोज फार्म हाउस) में 31 दिसंबर की रात नव वर्ष के स्वागत में जश्न मनाया जा रहा था।
उसी दौरान फायरिंग में कार्यक्रम में शामिल दिल्ली के व्यवसायी विकास गुप्ता की पत्नी अर्चना गुप्ता को गोली लग गई थी। इस घटना के बाद पूर्व विधायक दिल्ली से गायब हो गए थे। दिल्ली पुलिस और स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई थी।
मंगलवार की देर शाम फाजिलनगर पुलिस चौकी के प्रभारी राजीव कुमार सिंह को दिल्ली एसटीएफ के इंस्पेक्टर राजेश शर्मा ने एक इनोवा गाड़ी का नंबर देते हुए उसमें बैठे लोगों को गिरफ्तार करने में मदद मांगी। इसके बाद पटहेरवा थाने की पुलिस ने बघौचघाट मोड़ पर घेराबंदी कर उस गाड़ी को रोक लिया। उसमें पूर्व विधायक राजू सिंह और उनके गार्ड हरि सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और इसकी सूचना दिल्ली एसटीएफ को दी।
इतने कारतूस की क्या थी जरूरत
बुधवार को सुबह पहुंची दिल्ली की एसटीएफ गाड़ी सहित पूर्व विधायक और उनके चालक को अपने साथ लेकर चली गई। एसपी राजीव नारायन मिश्र ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने पूर्व विधायक राजू सिंह की गिरफ्तारी में सहयोग मांगा। उसी कड़ी में सहयोग करके पूर्व विधायक को पकड़वा कर दिल्ली एसटीएफ को सौंप दिया गया।
इतने कारतूस की क्या थी जरूरत
दिल्ली पुलिस ने फार्म हाउस से पूर्व विधायक राजू सिंह के कमरे से दो राइफल व 800 कारतूस बरामद किए हैं। राजू सिंह के कब्जे से एक पिस्टम बरामद की गई है। इतनी मात्रा में कारतूस मिलने से पुलिस अधिकारी सकते हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि आखिर पूर्व विधायक को इतने कारतूस की क्या जरूरत पड़ गई। वह इतने कारतूस व हथियारों का क्या करता। हरी सिंह पूर्व विधायक का ड्राइवर व बाडी गार्ड है।