शिमला। हिमाचल प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड है। प्रदेश के छह क्षेत्रों सुंदरनगर, भुंतर, कल्पा, केलंग, सोलन व मनाली में मंगलवार को तापमान माइनस में दर्ज किया गया। प्रदेश में सुबह व शाम ठंड बढ़ गई है। लेकिन दिन में लोग धूप का लुत्फ उठा रहे हैं। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में 31 दिसंबर तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है। इस दौरान बारिश व बर्फबारी के आसार नहीं हैं।
मौसम विभाग के अनुसार जनवरी में बर्फबारी व बारिश होने की संभावना है। इस पूर्वानुमान पर प्रदेश के किसानों व बागवानों ने खेतों व बगीचों की ओर रुख कर दिया है। किसान व बागवान काम निपटाने में जुटे हैं। सेब उत्पादकों ने बगीचों में कांटछांट का काम शुरू कर दिया है। मंगलवार को प्रदेशभर में धूप खिली रही और अधिकतम तापमान में खास परिवर्तन नहीं आया है। न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। मंगलवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान ऊना में 22.7 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान केलंग में -9.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहा कितना तापमान
स्थान न्यूनतम अधिकतम
शिमला 1.7 13.6
सुंदरनगर -0.7 19.8
भुंतर -1.0 18.0
कल्पा -4.6 12.1
धर्मशाला 4.2 15.4
ऊना 1.4 22.7
नाहन 2.0 16.2
केलंग -9.4 5.3
डलहौजी 1.1 7.6
पालमपुर 1.0 17.2
मनाली -3.2 11.2
कांगड़ा 2.5 19.7
सोलन -0.4 16.6
कुफरी 0.8 6.8
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
ठंड व कोहरे की चपेट में ऊना
ऊना में भी कड़ाके की ठंड से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया है, वहीं सुबह शाम बाजारों से रौनक भी गायब है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 22.0 डिग्री और न्यूनतम 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि दोपहर को तो मौसम खुल रहा है और तापमान भी पहले से ज्यादा रह रहा है, लेकिन सुबह व शाम क्षेत्र कोहरे की चपेट में आ रहा है। बच्चों को सुबह स्कूल जाने में परेशानी पेश आ रही है। कोहरे से बागवानी को भी नुकसान हो रहा है। धार क्षेत्र में खड्डों के किनारे पेड़-पौधे मुरझाने लगे हैं। क्षेत्र की घंगरेटर्, गिंडपुर मलौण, धर्मसाल महंता, जवाल, नारी, लोहारा अपर, भगड़ाह और चौआर आदि पंचायतों के निचले क्षेत्रों में कोहरे की सफेद चादर बिछ रही है, जिसके चलते तापमान में सुबह-शाम गिरावट देखने को मिल रही है। ठंड का असर मरीजों पर भी पड़ना शुरू हो गया है। खासकर बुजुर्गों को इससे बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सेवानिवृत्त वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुरेंद्र जोशी ने बताया कि ठंड की चपेट में वृद्ध व बच्चे खासकर आ रहे हैं। छाती, ईएनटी और स्किन के रोगी भी इलाज करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। सर्दी के इस मौसम में बच्चों को नंगे पांव नहीं चलने देना चाहिए। पूरे बदन को गर्म कपड़ों से ढकना चाहिए। तड़के व शाम को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
गौरतलब है कि बीते दिनों पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के कारण ऊपरी क्षेत्रों से ठंडी हवाएं मैदानों की तरफ बह रही हैं। इससे प्रदेशभर में कड़ाके की ठंड है। हालांकि आने वाले दिनों में लोगों को कड़ाके की सर्दी से राहत मिल सकती है। हवाओं का दबाव कम होने के कारण आसमान में हल्के बादल छाएंगे जिससे हवाओं की गति कम होगी और ठंड से राहत मिलेगी।
मौसम विभाग की मानें तो आने वाल राज्य में मौसम शुष्क बना रहेगा। अधिक और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आसमान में बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश और बर्फबारी की उम्मीद नहीं है। बादल छाने से हवाओं की गति में कमी आएगी और ठंड से राहत मिलेगी। इस दौरान हवाओं की गति 5 से 6 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से रहेगी। बीते 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, जबकि न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान ऊना में 22.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जबकि न्यूनतम तापमान केलंग में -7.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।