तीन हजार वैष्णो देवी श्रद्धालुओं ने नि:शुल्क केबल कार का लुत्फ उठाया

कटड़ा।  देशभर से आए हजारों श्रद्धालुओं की भैरो घाटी जाने की मन्नत पूरी हुई। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने फाइनल ट्रायल के तौर पर रविवार को वैष्णो देवी मंदिर से भैरो घाटी के बीच श्रद्धालुओं को निशुल्क यात्रा कराई गई। करीब तीन हजार श्रद्धालुओं ने इस सेवा का लाभ उठाया।

सोमवार को औपचारिक उद्घाटन राज्यपाल सत्यपाल मलिक करेंगे और उसके बाद श्रद्धालुओं के लिए यह सेवा शुरू हो जाएगी। रविवार को इससे पूर्व पैसेंजर केबल कार के प्लेटफार्म पर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ सिमरनदीप, एसडीएम भवन नरेश कुमार व श्राइन बोर्ड के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने विधिवत पूजा अर्चना की। दोपहर करीब 12 बजे श्राइन बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही मां वैष्णो देवी के मुख्य और अन्य पुजारी सबसे पहले पैसेंजर केबल कार में सवार होकर भैरो घाटी पहुंचे।

इसके बाद श्रद्धालुओं को यह सेवा नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई। पैसेंजर केबल कार में सबसे पहले जबलपुर, मध्य प्रदेश से आए श्रद्धालु सवार हुए। साढ़े चार घंटे तक निशुल्क सुविधा उपलब्ध हुई विधिवत पूजा अर्चना के बाद दोपहर करीब एक बजे श्राइन बोर्ड प्रशासन ने ट्रायल के तौर पर श्रद्धालुओं को निशुल्क भैरो घाटी जाने के लिए पैसेंजर केबल कार उपलब्ध करवाई गई। यह सेवा शाम करीब 5.30 बजे तक जारी रही। इस दौरान देश के विभिन्न राज्यों के करीब तीन हजार श्रद्धालुओं ने निशुल्क सेवा का लाभ उठाया। इस दौरान पांच सौ मीटर से लेकर करीब आठ सौ मीटर तक लंबी श्रद्धालुओं की कतारें लग गई।

क्यों अहम है यह सेवा पैसेंजर केबल कार

श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित होगी क्योंकि वैष्णो देवी मंदिर से भैरो घाटी करीब 3.50 किलोमीटर दूर है। कठिन चढ़ाई के कारण अधिकतर श्रद्धालु विशेषकर मरीज, वृद्ध और दिव्यांग भैरो घाटी के दर्शन से वंचित रह जाते थे। अब पैसेंजर केबल कार शुरू होते ही श्रद्धालुओं की वैष्णो देवी यात्रा पूर्ण होगी।

पौराणिक कथाओं के अनुसार भैरो बाबा के दर्शन किए बिना मां वैष्णो देवी की यात्रा पूर्ण नहीं मानी जाती है। तीन मिनट में पहुंचेंगे भैरो घाटी तक अब श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के मात्र तीन से चार मिनट में भैरव घाटी पहुंच सकेंगे। उन्हें दो घंटे में आने-जाने के लिए 100 रुपये अदा करना होगा। तीन साल तक के बच्चों का कोई शुल्क नहीं होगा। इसी किराये में जीएसटी भी शामिल होगा।

राज्यपाल आज करेंगे उद्घाटन राज्यपाल और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन सत्यपाल मलिक जम्मू से सोमवार को पैसेंजर केबल कार सुविधा का विधिवत उद्घाटन करेंगे। देश में अपनी तरह की पहली और एशिया की सबसे बड़ी इस केबल कार में एक ही समय करीब 45 श्रद्धालु सवार होकर मात्र तीन से चार मिनट में भैरो घाटी पहुंच जाएंगे। उम्मीद है कि प्रतिदिन सात से आठ हजार श्रद्धालु इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे। अब भैरो मंदिर के भी फिरेंगे दिन पैसेंजर केबल कार सेवा शुरू होते ही भैरो मंदिर के भी दिन फिरेंगे क्योंकि आमतौर पर मां वैष्णो देवी की यात्रा का करीब 10 से 15 फीसद श्रद्धालु ही भैरो घाटी पहुंच पा रहे थे।

कठिन चढ़ाई और संकरा रास्ता होने के कारण श्रद्धालु चाहते हुए भी भैरो घाटी नहीं जा पा रहे थे। अब पैसेंजर केबल कार शुरू होते ही भैरो मंदिर श्रद्धालुओं से गुलजार होगा। घोड़ा, पिट्ठु व पालकी मजदूरों पर पड़ेगा असर पैसेंजर केबल कार को लेकर श्रद्धालु उत्साहित नजर आ रहे हैं। दूसरी ओर इस केबल कार का सीधा असर भैरो मंदिर और मां वैष्णो देवी मंदिर के बीच कार्य करने वाले घोड़ा, पिट्ठू व पालकी मजदूरों पर पड़ेगा। कारण, यह मजदूर श्रद्धालुओं को भैरो मंदिर जाने के लिए चार से पांच सौ रुपये प्रति सवारी कमाते थे।