नई दिल्ली। तीन राज्यों में बहुमत मिलने से उत्साहित विपक्षी दलों के आज फिर से हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। जीत से उत्साहित विपक्ष ने सदन में हावी होने की कोशिश की और लगातार नारेबाजी के चलते अंततः कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित करना पड़ा। बता दें कि यह मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण सत्र है और उसका पूरा जोर अहम बिल पास कराने पर है।
बता दें कि दोनों सदनों में हंगामे के संकेत बुधवार को पहले कामकाजी दिन से ही मिलने लगे थे। जब संसद के दोनों सदनों में सभी दल अपने-अपने राग अलापते रहे, जिससे शोर शराबा के बीच संसद की कार्यवाही ठप रही।
संसद पर हमले की 17वीं बरसी आज
संसद हमले की आज 17वीं बरसी है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2001 में संसद हमले के दौरान शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।
राम मंदिर से लेकर राफेल तक पर हंगामा
कांग्रेस ने राफेल मुद्दे पर मोदी सरकार को संसद में घेरने की कोशिश की। बुधवार को कार्रवाई शुरू होने पर विपक्षी दलों ने राफेल डील, राम मंदिर निर्माण और कावेरी जल विवाद पर हंगामा किया। सत्र की शुरुआत से पहले लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने भी विपक्ष से संसदीय कार्यवाही में रुकावट नहीं डालने की अपील की थी। उन्होंने महिला आरक्षण बिल पास कराने को लेकर विपक्ष से सहयोग करने की बात कही थी।