छत्तीसगढ़ पिछले 15 वर्ष से सत्तारूढ़ भाजपा को इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हाथों करारी शिकस्त मिली है। बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस छत्तीसगढ़ में 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल कर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने को तैयार है। प्रदेश में बहुमत की सरकार बनाने के लिए पार्टी को 46 सीटों की दरकार थी। चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह के नेतृत्व में बीजेपी के खाते में महज 15 सीटें आई हैं। बसपा और अजीत जोगी की पार्टी ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था और उन्हें कुल सात सीटें मिली हैं।
पिछले विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के तुरंत बाद प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभालने वाले भूपेश बघेल के साथ ही नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव एवं कांग्रेस चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सबसे आगे है। मुख्यमंत्री पद के सभी चारों दावेदारों ने चुनाव लड़ा है और चुनाव भी जीते हैं।
महंत का नाम सीएम पद की रेस में
महंत मध्यप्रदेश में लम्बे समय तक मंत्री रह चुके है। उन्हे सौभ्य एवं सभी को साथ लेकर चलने वाला नेता माना जाता है। वह 1980 से 1990 तक दो कार्यकाल के लिए विधानसभा सदस्य रहे। 1993 से 1998 के बीच वह मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रहे। 1998 में वह 12वीं लोकसभा के लिए चुने गए। 1999 में उनकी कामयाबी का सफर जारी रहा और वह 13वीं लोकसभा के लिए भी चुने गए।
राजनीतिक सफर
महंत 2006 से 2008 तक छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे। इसके बाद 2009 में वह 15वीं लोकसभा के लिए भी चुने गए। महंत मनमोहन सिंह सरकार में राज्य मंत्री, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का पदभार संभाला। हालांकि मोदी लहर में 2014 के लोकसभा चुनाव में कोरबा सीट पर उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। कांग्रेस ने इस बार उन्हें सक्ति विधानसभा सीट से प्रत्याशी के तौर पर उतारा। इस सीट पर उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार मेधा राम साहू को करीब 30 हजार मतों से हराया।
विधायक दल की बैठक में फैसला
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बड़ी जीत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री का चयन करने के लिए कांग्रेस के विधायक दल की बैठक बुधवार, रात आठ बजे होनी है। में नवनिर्वाचित विधायकों के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, प्रभारी सचिव चंदन यादव और अरुण उरांव मौजूद रहेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद ही राज्य में नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी।