मुजफ्फरपुर कांड: सामान जब्ती का काम पूरा, आज से टूटेगा बालिका गृह

मुजफ्फरपुर के साहू रोड स्थित बालिका गृह  के भवन को गुरुवार से ध्वस्त किया जाएगा। इसके लिए नगर आयुक्त संजय दूबे ने पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है। इसमें एक-एक कार्यपालक व सहायक अभियंता, दो कनीय अभियंता और एक अमीन को शामिल किया गया है। भवन को मैनुअली ध्वस्त किया जाएगा।

नगर आयुक्त ने बताया कि बुधवार को बालिका गृह में रखे सामान की जब्ती सूची अधिकारियों व टीम के सदस्यों ने मिलकर बना ली है। साथ ही सामान को एमआरडीए परिसर में सुरक्षित रख दिया गया है। यह कार्रवाई सोमवार से ही चल रही थी। तीन दिन में इस काम को पूरा किया गया। इसकी रिपोर्ट डीएम को भेजी गई है। गुरुवार की सुबह से मैनुअली भवन को ध्वस्त किया जाएगा। इसकी वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी कराई जाएगी। इस दौरान नवगठित टीम और पूर्व से प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सुजीत कुमार और जनार्दन प्रसाद भी मौजूद रहेंगे। यह भी संभावना जताई जा रही कि भवन को तोड़ने के दौरान सीबीआई की टीम भी मौजूद रह सकती है।

वाटर व बिजली कनेक्शन काटने के लिए कर्मियों की तैनाती
नगर आयुक्त ने बताया कि भवन में वाटर कनेक्शन है। इसे डिस्कनेक्ट करने के लिए जल कार्य प्रभारी दीपक कुमार के साथ कई मिस्त्री की तैनाती की गई है। टीम भवन में लगे पानी उपकरणों को डिसकनेक्ट करेगी। इसके अलावा बिजली के कनेक्शन को हटाने के लिए बिजली मिस्त्री महफूज आलम की प्रतिनियुक्ति की गई है।

तीसरे दिन खाली हुई दूसरी मंजिल
बुधवार की सुबह एक बार फिर निगम की टीम ट्रैक्टर और मजूदरों के साथ बालिका गृह पहुंची। दूसरी मंजिल में रखे सामान को हटाया गया। साथ ही वहां मौजूद दंडाधिकारी व निगम कर्मियों ने इसकी विधिवत सूची बनाई। फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी गहनता से कराई गई। दूसरीं मंजिल पर किचेन को खाली कराया गया। इसमें रखे रसोई के समान, गैस सिलेंडर, गीजर, हीटर, टीवी आदि सामान की सूची बनी। सामान एमआरडीए भवन में रखा गया।

पुलिस की रहेगी चौकसी
पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बालिका गृह के भवन को ध्वस्त करने के दौरान साहू रोड में पुलिस की चौकस व्यवस्था रहेगी। इसके लिए पुलिस लाइन से नगर निगम को सुरक्षा बल उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही महिला थाने की थानेदार मौके पर मौजूद रहेंगी। इसके अलावा स्थानीय नगर थानेदार को भी चौकस रहने को कहा गया है।

क्या था मामला
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर शुरू कांड की जांच के दौरान जांच टीम ने बालिका गृह के भवन पर आपत्ति जताई थी। इससे पहले पुलिस की जांच टीम भी भवन की बनावट पर सवाल उठा चुकी थी। भवन निर्माण को लेकर उठे सवालों पर नगर आयुक्त ने मामले की सुनवाई की। निगम की जांच में भी पाया गया कि बालिका गृह का भवन बिल्डिंग बॉयलॉज के अनुरूप नहीं है। मानकों की अनदेखी की गई है। इसके बाद नगर आयुक्त ने इस भवन को ध्वस्त करने का आदेश जारी किया। दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर सोमवार से इसकी प्रक्रिया शुरू की गई।