नजफगढ़-छावला रोड पर 8 दिसंबर को मिले युवक के शव के मामले का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने दो चचेरे भाइयों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान 26 वर्षीय सचिन और 21 वर्षीय जीतू उर्फ बॉबी के रूप में हुई है। पुलिस का दावा है कि सचिन के मृतक अमित की पत्नी से अवैध संबंध थे, जिसका अमित विरोध करता था। इस कारण सचिन ने उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी।
पुलिस उपायुक्त आंटो अल्फोंस ने बताया कि छावला में 8 दिसंबर को एक युवक का शव मिला था, जिसकी पहचान 31 वर्षीय अमित उर्फ जॉनी के रूप में हुई थी। अमित अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ सागरपुर में रहता था और मायापुरी स्थित एक निजी फैक्टरी में काम करता था। मामले की जांच के दौरान छावला एसएचओ राजकुमार, इंस्पेक्टर कृष्ण कामत, एसआई जगमोहन मीणा, मनमोहन और कांस्टेबल मुकुल व बंटी ने अमित के भाई से पूछताछ की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि अमित की पत्नी के अवैध संबंध एक रिश्तेदार सचिन से है। सचिन अक्सर अमित की गैरमौजूदगी में उसके घर आता है। इसे लेकर बीते दिनों अमित का सचिन से झगड़ा भी हुआ था। इसके बाद पुलिस ने सचिन को प्रह्लादपुर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सचिन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
सचिन ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि अमित और नेहा (बदला हुआ नाम) की सात साल पहले शादी हुई थी। हालांकि, शादी से पहले ही सचिन के संबंध नेहा से थे। दोनों रिश्तेदार हैं। शादी के बाद भी दोनों छुप-छुपकर मिलते रहे। इसका पता अमित को चल गया। अमित ने इसका विरोध किया और सचिन की नेहा के सामने पिटाई कर दी। इसी पिटाई का बदला लेने के लिए सचिन ने अपने चचेरे भाई बॉबी के साथ मिलकर अमित की हत्या की साजिश रची।
शराब पीने के बहाने बुलाया: 7 दिसंबर की शाम को सचिन ने अमित को फोन किया और उसे नजफगढ़ शराब पीने के लिए बुलाया। अमित नजफगढ़ पहुंचा तो सचिन के साथ बॉबी भी था। कार में शराब पीने के दौरान अमित और सचिन का फिर से नेहा को लेकर झगड़ा शुरू हो गया। इस दौरान अमित ने सचिन को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद सचिन ने एक के बाद एक 25 बार चाकू से वार कर अमित की हत्या कर दी और शव सड़क पर फेंककर फरार हो गया।