बुलंदशहर हिंसाः आज कोर्ट में दाखिल होगी आरोपी जीतू फौजी की जमानत अर्जी, बताया- केवल नारेबाजी की

एसटीएफ, एसआईटी और क्राइम ब्रांच की करीब छह घंटे की पूछताछ में स्याना बवाल का आरोपी फौजी जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू टूट गया। उसने बवाल के दौरान घटनास्थल पर मौजूद होने की बात कबूल की, हालांकि वह इंस्पेक्टर को गोली न मारने की बात पर अड़ा रहा। पूछताछ की शुरुआत में उसने खुद को निर्दोष बताया। इस दौरान कई बार उसके बयानों में अंतर भी आया। वहीं, जीतू को न्यायालय ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

श्रीनगर के सोपोर स्थित सेना यूनिट के जवान और स्याना बवाल के आरोपी जीतू को शनिवार मेरठ लेकर पहुंचे थे। जहां उससे एसटीएफ के आला अधिकारियों ने पूछताछ की थी। शुरुआती पूछताछ में उसने इंस्पेक्टर को गोली मारने की बात से इंकार किया था। साथ ही कहा था कि वह हंगामे के दौरान वहां मौजूद ही नहीं था।
देर रात उसे बुलंदशहर पुलिस और एसआईटी के हवाले कर दिया गया। जहां से उसे सुबह करीब छह बजे स्याना कोतवाली ले जाया गया। एसआईटी के सीओ व अन्य ने उससे करीब एक घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद पुलिस कस्टडी में उसे रविवार सुबह करीब दस बजे पुलिस लाइन स्थित क्राइम ब्रांच के कार्यालय लाया गया।
जहां करीब पांच घंटे बंद कमरे में उससे पूछताछ की गई। इस दौरान वह पहले तो खुद को निर्दोष बताते हुए मौके पर मौजूदगी की बात से इंकार करता रहा, लेकिन जब उसे वीडियो फुटेज व अन्य चीजें दिखाई गईं तो उसने हंगामे में शामिल होने की बात कबूल की।
उसने बताया कि वह घर से श्रीनगर स्थित अपनी यूनिट जाने के लिए निकला था, लेकिन हंगामा होता देख वह रुका और अपने दोस्तों के साथ शामिल होकर केवल नारेबाजी की थी। फायरिंग के बाबत पूछने पर उसने उस वक्त मौके पर नहीं होने की बात कही।

डेढ़ घंटे में 50 बार देखी बवाल की वीडियो

डेढ़ घंटे में 50 बार देखी बवाल की वीडियो
एसटीएफ के अधिकारियों ने चिंगरावठी चौकी पर हुए बवाल की कई वीडियो देखीं। इनमें दो महत्वपूर्ण वीडियो एसटीएफ के पास हैं। फोरेंसिक लैब से भी इनकी जांच कराई जा रही है। जिसमें एक युवक पर भी शक है कि शायद उसने गोली चलाई। उस वीडियो को एसटीएफ ने जितेंद्र उर्फ जीतू को भी दिखाया, जिसमें यह बताया गया कि वह युवक जीतू नहीं बल्कि दूसरा युवक है।

12.50 पर निकलने की बात कही, लेकिन नहीं था सुबूत
पूछताछ के दौरान जीतू ने बताया कि वह हंगामे के दौरान दोपहर करीब 12.50 पर मौके से निकल गया था। उसका कहना था कि उसे गुलावठी से दिल्ली जाने के लिए बस पकड़नी थी। अधिकारियों ने जब इस बाबत उससे सुबूत मांगा तो वह कोई तथ्य नहीं दे सका।

जीतू की जमानत अर्जी आज दाखिल होगी 
पुलिस और एसआईटी की ओर से पुलिस कस्टडी के लिए कोई अर्जी दाखिल नहीं की गई है। सोमवार को जीतू के अधिवक्ता उसकी जमानत की अर्जी दाखिल करेंगे।

एसपी देहात का भी हुआ तबादला
स्याना बवाल के बाद एसपी ग्रामीण रईस अख्तर का भी शासन ने तबादला कर दिया। उन्हें अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर पीएसी मुख्यालय भेजा गया है। वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक, मॉर्डन कंट्रोल रूम में तैनात गाजियाबाद मनीष मिश्र को एसपी देहात बुलंदशहर के पद पर भेजा गया है।