तितली चक्रवात से हुए नुकसान के लिए आन्ध्र प्रदेश को 540 करोड़ रुपया केन्द्र सरकार ने दिया है जबकि केरल बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केन्द्र सरकार 3048.39 करोड़ रुपया दिया है, नागालैण्ड भूस्खलन के लिए एनडीआरएफ की तरफ से 131.16 करोड़ रुपया मिला है, किन्तु एक ही साथ आन्ध्र के साथ ओड़िशा तितली चक्रवाती तूफान के चलते प्रभावित होने के बावजूद गृहमंत्री राजनाथ सिंह के अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में ओड़िशा में हुए नुकसान को ध्यान में न रखा जाना केन्द्रीय उपेक्षा का अन्यतम उदाहरण होने का आरोप ओड़िशा समाजवादी पार्टी की तरफ से लगाया गया है।
ओड़िशा समाजवादी पार्टी के राज्य अध्यक्ष रवि बेहेरा ने दैनिक जागरण के साथ बात करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार का ओड़िशा के प्रति सौतेला व्यवहार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 24 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओड़िशा दौरे पर आ रहे हैं, ऐसे में प्रधानमंत्री के दौरे से पहले सहायता राशि ओड़िशा को नहीं मिलती है तो फिर समाजवादी पार्टी प्रधानमंत्री के ओड़िशा के दौरे का जोरदार को विरोध करने की बात ओड़िशा सपा अध्यक्ष श्री बेहेरा ने चेतावनी दी है।
यहां उल्लेखनीय है कि 1-2 नवम्बर को गृह विभाग संयुक्त सचिव एस.के.साही के नेतृत्व में 8 सदस्यीय टीम ओड़िशा के तितली तूफान से प्रभावित इलाके गंजाम एवं गजपति जिले का दौरा कर आश्वाशन दिया था कि बहुत जल्द ओड़िशा को केन्द्रीय सहायता के लिए टीम सिफारिश करेगी, बावजूद इसके एक महीना एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी ओड़िशा की मांग को ध्यान में न रखना, यह केन्द्र सरकार ओड़िशा के तूफान प्रभावित लोगों का उपहास होने की बात श्री बेहेरा ने की है।
इससे पहले 2015 में हुए सूखे के समय में ओड़िशा 3200 करोड़ रुपये का सूखा पैकेज की मांग की थी, मगर ओड़िशा को मात्र 800 करोड़ रुपया मिला था। वहीं छत्तीसगढ़ को 2200 करोड़़ रुपया सूखा पैकेज मिला था। इसी तरह तितली प्रभावित लोगों के नुकसान की भरपाई के लिए ओड़िशा के लिए 2780 करोड़ रुपये की मांग की थी। ऐसे में एडवांस के तौर पर 1000 करोड़ रुपया खुद मुख्यमंत्री ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से मांग किए थे, किन्तु ओड़िशा इस मांग को केन्द्र सरकार ने ध्यान नहीं दिया इससे प्रधानमंत्री के आगामी दौरे को विरोध करने को समाजवादी पार्टी के राज्य अध्यक्ष रवि बेहेरा ने चेतावनी दी है।