मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गो संवर्द्धन के लिए पैसा नहीं, इच्छा शक्ति होनी चाहिए। प्रदेश में कुछ लोग जन सहयोग से 11-11 हजार गायों की गौशालाएं संचालित कर रहे हैं। बुलंदशहर कांड के बाद मुख्यमंत्री के इस बयान को गो संरक्षण के नाम पर हिंसा फैलाने वालों को सख्त संदेश माना जा रहा है।
बृहस्पतिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उप्र खादी महोत्सव के उद्घाटन समारोह में उन्होंने अपने अंदाज में गोरक्षकों को उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराया। योगी ने कहा, अक्सर देखता हूं कि गो संवर्धन के लिए पैसे का बहाना बनाया जाता है।
उन्होंने कहा, पैसे की नहीं, इच्छा शक्ति की कमी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में परंपरागत व्यवसाय से जुड़े लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए विश्वकर्मा इंस्टीट्यूट व विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा सरकार ने 16 नगर निगमों को गौ संवर्द्धन के साथ निराश्रित पशुओं के लिए आश्रय स्थल बनाने को दस-दस करोड़ और हर जिले को 1.10 करोड़ रुपये दिए हैं।
योगी ने विश्वकर्मा इंस्टीट्यूट और विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि जूता बनाने, सिलाई, कपड़ों की धुलाई, लकड़ी के काम, राज मिस्त्री और प्लंबर जैसे परंपरागत व्यवसाय से जुड़े लोगों केलिए छह, नौ व 12 महीने के सर्टिफिकेट कोर्स चलाए जाएंगे। इससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा।
महिला स्वयं सहायता समूह करें यह काम
मुख्यमंत्री ने कहा, सरकार बेसिक शिक्षा के 1.70 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष यूनिफॉर्म, स्कूल बैग, स्वेटर और जूते मोजे दे रही है। यह कार्य इससे जुड़े कारीगरों और महिला स्वयं सहायता समूहों से कराया जाए तो स्वरोजगार बढ़ेगा और कारीगरों की आय बढ़ेगी। खादी महोत्सव प्रदेश में खादी एवं ग्रामोद्योग की दिशा बदलने में मील का पत्थर साबित होगा।
गोबर और गौ मूत्र को बनाएंगे उद्योग का जरिया
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि गाय के दूध की जगह गोबर और गो मूत्र को उद्योग का आधार बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गोबर से कागज और पेंट बनाने का प्रयोग सफल हुआ है, सरकार जल्द पेंट उद्योग से जुड़ी कंपनियों से बात कर इसे प्रोत्साहित करेगी। यूपी सरकार प्रयास करे तो गोबर, गोमूत्र के इस्तेमाल को उद्योगों से जोड़ने में यूपी देश में मॉडल बन सकता है। उन्होंने कहा कि गाय और माई (महिला) को सशक्त बनाने से ही आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। गाय बचने से किसान बचेगा, किसान के बचने से खेत बचेगा और खेत बचेगा तो सब कुछ बचा रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सोलर चरखे से महिलाओं की आय में चमत्कारी परिवर्तन आया है।
गांधी परिवार पर भी वार
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि गांधी परिवार ने महात्मा गांधी के चरखे का केवल राजनीतिक उपयोग किया, जबकि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी ने महात्मा गांधी के सिद्धांत को जमीन पर उतारा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग गरीबी देखने रात के अंधेरे में मीडिया को लेकर कलावती के घर जाते हैं। ऐसे लोगों को गरीबी का क्या पता चलेगी?
43 एकड़ में स्थापित होगा खादी मेगा पार्क
खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा कि कानपुर के बिल्हौर में 43 एकड़ जमीन पर खादी मेगा पार्क बनाया जाएगा। लखनऊ सहित अन्य जिलों में खादी प्लाजा बनाए जाएंगे। खादी एवं ग्रामोद्योग नीति के बाद खादी को समितियों के चंगुल से बाहर निकालने में कामयाबी मिली है। पचौरी ने कहा कि यूपी की खादी को सर्वसुलभ और सस्ती बनाएंगे। विभाग ने खादी उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री भी शुरू की है। प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप खादी फॉर फैशन, खादी फॉर नेशन और खादी फॉर रिवोल्यूशन बनाएंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय खादी आयोग के अध्यक्ष विनय सक्सेना और बिहार खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ समेत अन्य लोग मौजूद थे। प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।