काशी के प्रसिद्ध संकटमोचन मन्दिर को उड़ाने की धमकी किसी अज्ञात ने दी है। मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र को इस बाबत किसी ने पत्र भेजा है। धमकी मिलने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रो.मिश्र ने एसएसपी से मुलाकात कर उन्हें पूरी जानकारी दी। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत भी की है। जानकारी के अनुसार पत्र हाथ से लिखा गया है। पत्र महंत के आवास पर भेजा गया था।
वर्ष 2006 में आतंकवादी हमला झेल चुके संकटमोचन मन्दिर को उड़ाने की धमकी से पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया है। एसएसपी ने उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाई और पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच को सौंपी है। क्राइम ब्रांच ने मामले से जुड़े हर पहलू पर गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
उधर एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने प्रो. मिश्र को धमकी भरा पत्र मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने यह भी आशंका जतायी है कि ऐसा किसी को फंसाने के लिए भी किया गया हो। कारण पत्र लिखने वाले का नाम भी उसपर है। इसके बावजूद मामले की पूरी तरह जांच शुरू कर दी गई है।
गौरतलब है की संकट मोचन पर पहले भी अटैक हो चुका है। 2006 में हुए ब्लास्ट में कई लोग मरे थे। मंदिर काफी क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसे बाद में मरम्मत किए गया। आतंकवादियों के निशाने पर हमेशा से यह मंदिर रहा है। 2006 के बाद 2010 में भी ब्लास्ट की कोशिश को पुलिस ने नाकाम किया था। इस कॉल के बाद से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।