अहमदाबाद। गुजरात पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में पुलिस ने सोमवार को चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें दो भाजपा नेता, जबकि एक गुजरात पुलिस का उप निरीक्षक है। आरोप है कि प्रश्नपत्र पांच-पांच लाख रुपये में बेचे गए। भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी ने आरोपित दोनों नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
सीआइडी (क्राइम) गांधीनगर के एसपी व पुलिस भर्ती बोर्ड के सदस्य विरेंद्र सिंह यादव ने यशपाल सिंह सोलंकी, गांधीनगर की श्रीराम हॉस्टल कर्मी व पूर्व उप निरीक्षक की बेटी रूपल शर्मा, पुलिस उप निरीक्षक पीवी पटेल, अरावली जिले के भाजपा नेता मनहर पटेल व बनासकांठा के ईडरणा गांव के मुकेश चौधरी पर अमानत में खयानत तथा धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुख्य आरोपित वड़ोदरा नगर निगम कर्मी यशपाल अभी फरार है। आरोप है कि वह दिल्ली गया था और वहीं से प्रश्नपत्र लेकर शनिवार को वड़ोदरा लौटा था। मनहर स्थानीय निकाय चुनाव लड़ चुका था व मुकेश भी ग्रामीण स्तर पर सक्रिय था।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सिपाही भर्ती परीक्षा अगले महीने कराने की घोषणा करते हुए कहा कि आरोपितों को बख्शा नहीं जाएगा।कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा ने राज्य सरकार और भाजपा पर पार्टी कार्यकर्ता व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों की भर्ती कराने के लिए प्रश्नपत्र लीक कराने का आरोप लगाया। एनएसयूआइ ने बनासकांठा सहित उत्तर गुजरात में विरोध प्रदर्शन कर गिरफ्तारी दी।
जानें, क्या है मामला
गुजरात में सिपाही भर्ती परीक्षा रविवार को होनी थी। भर्ती बोर्ड अध्यक्ष विकास सहाय ने प्रश्नपत्र लीक होने की जानकारी पर परीक्षा शुरू होने के कुछ घंटे पहले ही उसे स्थगित कर दिया था। 6,700 पदों के लिए 2,440 केंद्रों पर होने वाली परीक्षा में 8.75 लाख अभ्यर्थी शामिल होने वाले थे।