आजम खां ने कसा तंज- सीएम योगी बताएं, हनुमान जी दलितों में कौन से दलित हैं’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान जी को दलित बताए जाने संबंधी बयान पर पूर्व मंत्री आजम खां ने कहा है कि समझ नहीं आता है रोयें या हंसे। तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने जो बता दिया वो तो सही है। इतिहासकार भी हैं, बड़ी पकड़ है इतिहास पर।

ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज से हिस्ट्री में पीएचडी की है। नालंदा से भी की है, जिसके अवशेष प्राप्त हुए हैं।  उनकी बात तो माननी ही चाहिए। आजम खां शनिवार को सपा कार्यालय पर कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह भी तय होना चाहिए हनुमान जी दलित में कौन से दलित हैं। दलितों में भी बहुत बंटवारा है। कहा कि भाजपा के एक नेता साहब ने सीता जी टेस्ट ट्यूब बेबी बता दिया। हनुमान जी को दलित बता दिया।
सुना है लोकसभा के चुनाव तक रावण मुसलमान हो जाएंगे। हमें कोई एतराज नहीं है, क्योंकि रावण के बारे में एक बात बहुत मुसद्दिका है कि रामचंद्र जी ने रावण का वध करने बाद  अपने भाई लक्ष्मण से यह कहा था कि जाओ और रावण से दीक्षा हासिल करो।

क्योंकि वो महापंडित था।  रावण के  दस सिर इसी बुनियाद पर दिखाएं जाते हैं कि दस सिरों के अंदर अक्ल हो सकती थी वो एक शख्स के अन्दर थी। तो राम चंद्र जी जिस रावण से दीक्षा लेने की बात कह चुके हैं,  अगर उसे मुसलमान कहते हैं तो मारे जाने तक तो अपना राज चलना चाहिए।
कुंभ के दौरान प्रयागराज के मैरेज पैलेस और गेस्ट हाउस में शादी करने पर रोक के फरमान पर  तंज करते हुए पूर्व मंत्री  ने कहा कि यह पूरा आदेश नहीं है। जो नया आदेश आ रहा वो हमसे  सुन लीजिए इस दौरान कोई मां बच्चा पैदा नहीं करेगी।
कोई मरेगा नहीं और अगर मरेगा तो लाश घर में रखी रहेगी।  यह संशोधित आदेश दिया जाने वाला है। पहले भी कुंभ का आयोजन किया जा चुका है इस सवाल पर आजम खां ने कहा कि उस वक्त चुनाव करीब नहीं था।
अब चुनाव करीब है। काम कुछ किया नहीं है नौकरी किसी को दी नहीं है। बीस लाख रुपये किसी को दिये नहीं है कर्जा माफ नहीं हुआ।