अहमदाबाद। गुजरात के गिर के जंगलों में गुरुवार को एक शेरनी मृत पाई गई। इसके साथ ही सितंबर से अब तक मरने वाले शेर-शेरनी व शावकों की संख्या 30 हो गई। मुख्य वन संरक्षक (जूनागढ़ वन्यजीव सर्किल) के अनुसार 9-12 साल के बीच आयु की शेरनी का शव अमरेली जिले की सीमा के पास तुलसीश्याम रेंज में पाया गया।
उन्होंने बताया, ‘प्रारंभिक जांच में शेरनी की स्वाभाविक मौत की बात सामने आई है। शव पर चोट के निशान नहीं पाए गए। मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।’
पिछले तीन महीनों में 29 शेर-शेरनी और शावकों की मौत हो चुकी है। इसके पीछे उनकी आपसी लड़ाई, निमोनिया, कैनाइन डिस्टेंपर वायरस (सीडीवी) और प्रोटोजोआ संक्रमण प्रमुख कारण के रूप में सामने आए हैं।
सितंबर में सीडीवी संक्रमण के फैलने के बाद एहतियातन 36 शेरों को पकड़ा गया था। इसके बाद उन्हें राहत एवं बचाव केंद्र भेजा गया था। टीकाकरण के बाद इन शेरों की सेहत में सुधार आया था और इन्हें जंगल में वापस छोड़ दिया गया था।