अमृतसर। डेरा बाबा नानक में भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर की नींव रखने के बाद अब पाकिस्तान ने कॉरीडोर की नींव रख दी है। पाकिस्तान के नारोवाल में वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान, भारत की प्रतिनिधि हरसिमरत कौर बादल, हरदीप पुरी, इमरान के दोस्त नवजोत सिंह सिद्धू ने कॉरीडोर का नींवपत्थर रखा। पाक सेना प्रमुख भी कार्यक्रम में मौजूद हैं। इस मौके पर एक अरसे बाद हरसिमरत कौर बादल व सिद्धू एक कार्यक्रम में नजर आए।
सिद्धू ने कहा, कॉरीडोर दोनों देशों को जोड़ने वाला होगा साबित, खून खराबा बंद हो
समारोह को संबोधित करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अगर सृष्टि को बदलना है तो दृष्टि को बदलना होगा। सिद्धू ने फकीर बुल्लेशाह की उक्तियों का उल्लेख करते हुए दोनों देशों के बीच शांति, सद्भाव व दोस्ती का संदेश दिया। उन्होंने श्री गुरुनानक देव के संदेश का भी कार्यक्रम में उल्लेख करते हुए कहा कि अब खूनखराबा बंद होना चाहिए।
सिद्धू ने कहा कि हिंसा से बहुत नुकसान व खूनखराबा हुआ है। अब इसे बंद होना चाहिए। कहा कि यह कॉरीडोर दोनों के बीच दोस्ती की राह खोलने वाला है। जो संपर्क टूटा हुआ था उसे इस कॉरीडोर ने बनाया है। करतारपुर साहिब के इस कॉरीडोर की पहल पर इतिहास लिखा जाएगा। उन्होंने इसके लिए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान का शुक्रिया अदा किया। जो काम पिछले 72 साल में नहीं हो सका वह अब कर इमरान खान चमत्कार किया।
सिद्धू ने इमरान खान को संबोधित करते हुए कहा खान साहब इतिहास में इसके लिए आपका नाम दर्ज हो गया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के सरकारों को यह सोचना चाहिए कि अब आगे बढ़ना है। दोनों देशों के बीच व्यापार भी शुरू हो। उन्होंने कहा कि मेरे शरीर में जब तक लहू रहेगा मैं इस कदम के लिए भारत व पाकिस्तान की सरकारों का झुककर इस्तकबाल करता रहूंगा। सिद्धू ने दोनों देशों की दोस्त की जरूरत बताते हुए कहा कि आपस में संपर्क होता है तो संदेह दूर होता है।
सिद्धू बोले मेरा यार दिलदार इमरान खान
सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा खान साहब आपका नाम इतिहास के पहले पन्ने पर दर्ज होगा। सिद्धू बोले मेरा यार दिलदार इमरान खान।
इमरान खान ने की सिद्धू की जमकर तारीफ
समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नवजोत सिंह सिद्धू की जमकर तारीफ की। इमरान ने सिद्धू को अपना दोस्त बताते हुए क्रिकेट जीवन को याद किया। उन्होंने क्रिकेट और सियासत की तुलना भी की। इमरान खान ने सिद्धू के पिछले पाकिस्तान दौरे को लेकर भारत में पैदा हुए विवाद की भी चर्चा की। उन्होंने कहा मेरी समझ में नहीं आता कि सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा को लेकर इतना विवाद क्यों हुआ। सिद्धू एक दोस्त के नाते मेरे शपथ ग्रहण समारोह में आए थे।
हरसिमरत बोलीं- बर्लिन की दीवार गिर सकती है तो भारत-पाक की दोस्ती क्यों नहीं हो सकती
हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि यह मौका बहुत खास है। कहा यहां मेरा न कोई रिश्तेदार है न कोई संपर्क वाला, मगर बाबा नानक का बुलावा मिला है और आज यहां नतमस्तक होने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि यह बाबा नानक की धरती पर नया इतिहास लिखा जा रहा है। इस कॉरीडोर का महत्व आप किसी सिख से पूछिए तो हकीकत का पता चलेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करतीं हरसिमरत कौर बादल।
उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी चर्चा की और कॉरीडोर के निर्माण की मंजूरी देने के लिए शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि गुरुनानक जी ने दोनों देशों के बीच कड़वाहट को खत्म करने का यह मौका दिया है। उन्होंने कहा करतार का मतलब ईश्वर होता है और गुरुनानक देव जी ने एक इसी जगह का नाम करतारपुर रखा। गुरु साहब ने यहां कीरत करो, नाम जपो, वंड छको (काम करो, प्रभु का नाम जपो व बांटकर खाओ) का संदेश दिया। हरसिमरत ने कहा बर्लिन की दीवार गिर सकती है तो भारत पाकिस्तान की दोस्ती क्यों नहीं हो सकती।
उधर, नई दिल्ली में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत सरकार कई सालों से करतारपुर कॉरीडोर खोलने की बात कह रही थी, लेकिन अब जाकर पाकिस्तान ने इस पर सकारात्मक कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इस कॉरीडोर के खुलने का मतलब द्विपक्षीय वार्ता की शुरुआत नहीं है, क्योंकि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती।
करतारपुर कॉरीडोर के शिलान्यास समारोह के लिए पाकिस्तान के निमंत्रण पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह लोंगोवाल कल ही पाकिस्तान पहुंच गए थे, जबकि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल व हरदीप पुरी भी आज पाकिस्तान पहुंचे। वहां दोनों का स्वागत पाकिस्तान के हाई कमिश्नर व प्रोटोकॉल चीफ ने किया। इस मौके पर पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त भी मौजूद थे।
इससे पूर्व, पाकिस्तान रवाना होने से पूर्व हरसिमरत ने कहा कि गुरु घर में जाने की मुराद आज पूरी हो रही है। सिद्धू के संदर्भ में कोई बात नहीं की। कहा कि वह यहां राजनीतिक बात नहीं करेंगी। वह गुरु के द्वार जा रही हैं। वह गुरुद्वारा साहिब में कामना करेंगी कि दुनिया भर में बसे सिखों को पाकिस्तान स्थित गुरु धाम के दर्शन करने का अवसर मिले।
पत्रकारों से बातचीत करतीं हरसिमरत कौर बादल हरदीप पुरी।
हरसिमरत कौर बादल व हरदीप पुरी भारत सरकार की ओर से कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। सांसद गुरजीत सिंह औजला भी पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इजाजत लेकर नींव के लिए स्वर्ण मंदिर से पानी की गागर लेकर अटारी सीमा से पाकिस्तान गए हैं। उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान में अमृतसर का प्रतिनिधित्व करने के लिए जा रहे हैं।
अटारी बार्डर के रास्ते पाकिस्तान के लिए रवाना होतीं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल।
पाकिस्तान रवाना होने से पूर्व औजला ने कहा कि लंबे समय से श्री ननकाना साहिब के खुले दर्शन की संगतों की मांग रही है। श्री करतारपुर कॉरीडोर की दोनों देशों द्वारा की गई पहल के बाद दुनियाभर के सिख श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है। वह श्री गुरु रामदास जी की नगरी से श्री हरिमंदिर साहिब का पवित्र जल लेकर पाकिस्तान जा रहे है। उद्घाटन के दौरान पवित्र जल का छिड़काव किया जाएगा और श्री गुरुनानक देव जी के आगे अरदास की जाएगी कि भारत पाकिस्तान दोनों देशों में खुशी व शांति का माहौल बना रहे। उन्होने कहा कि श्री ननकाना साहिब आदि गुरुधामों के दर्शन उपरांत वह स्वदेश लौट आएंगे।
अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान रवाना होते अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला।
करतापुर साहिब कॉरिडोर सिख कौम के लिए तोहफा : लोंगोवाल
श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर (गलियारा) को लेकर पाक सरकार द्वारा करवाए जा रहे समागम में शामिल होने के लिए एसजीपीसी प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल गत दिवस सड़क मार्ग से पाकिस्तान पहुंचे। पूर्व एसजीपीसी सदस्य उदय सिंह लोंगोवाल व श्री दरबार साहिब के अतिरिक्त मैनेजर राजिंदर सिंह रुबी भी उनके साथ पाकिस्तान गए हैं।
पाकिस्तान रवाना होने से पहले अटारी सीमा पर लोंगोवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह भारत-पाकिस्तान सरकारों द्वारा किए गए प्रयासों का खुले दिल से स्वागत करते हैं। एसजीपीसी द्वारा पाकिस्तान व भारत में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव को लेकर आयोजित होने वाले समागम की तैयारियों के लिए वह पीजीपीसी, पाकिस्तान ओकॉफ बोर्ड एवं पाक सरकार के प्रतिनिधियों से भी बातचीत करेंगे। इन बैठकों के दौरान उन्हें भारत में होने वाले कार्यक्रमों में शमूलियत करने का न्यौता भी दिया जाएगा।