ह‍िमाचल में अब 112 नंबर पर उपलब्‍ध होंगी सभी आपात सेवाएं, राजनाथ स‍िंह ने क‍िया शुभारंभ

ह‍िमाचल प्रदेश अब 112 नंबर पर सभी आपात सेवाएं उपलब्ध होंगी। पुलिस, अग्निशमन विभाग व एंबुलेंस के लिए लोगों को अब अलग-अलग नंबर डायल नहीं करना पड़ेगा। गृहमंत्री राजनाथ स‍िंह ने बुधवार को मंडी में एकल आपातकालीन नंबर 112 की मंडी के विपाशा सदन से शुरुआत कर दी। देश के अन्य राज्यों में यह सेवा जनवरी से शुरू होगी। खास बात है कि यह सेवा उन सिम या लैंडलाइन नंबर पर भी उपलब्ध होगी जिनकी आउटगोइंग सुविधा रोक दी गई हो।

परेशानी में फंसा कोई भी व्यक्ति 112 नंबर पर कॉल करेगा तो उसकी कॉल तत्काल संबंधित विभाग को स्थानांतरित की जाएगी। 112 नंबर शुरू होने के बाद अन्य सभी मौजूदा आपात नंबर धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगे। फिलहाल पुलिस सहायता के लिए 100 नंबर डायल करना होता है। अग्निशमन विभाग के लिए 101, एंबुलेंस के लिए 102 तथा आपात आपदा प्रबंधन के लिए 1077 नंबर डायल करना होता है। प्रारंभिक चरण में जनवरी तक 112 नंबर पर लोगों को सिर्फ पुलिस सहायता मिलेगी। राष्ट्रीय स्तर पर योजना लांच होने के बाद सभी तरह की आपात सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।

किस तरह होगा काम 
यह प्रणाली कॉलर के गंतव्य का पता लगा लेगी और उसे नजदीकी सहायता केंद्र से साझा करेगी। लोग इस 112 नंबर को पेनिक बटन प्रणाली में फीड कर सकेंगे। पेनिक बटन सुविधा भी सभी मोबाइल फोन पर जनवरी से उपलब्ध होगी। इसके जरिए प्रयोगकर्ता सिर्फ एक बटन दबाकर कई नंबरों पर आपात कॉल कर सकेंगे या अलर्ट भेज सकेंगे। केंद्र सरकार ने कुछ माह पहले अमेरिका की तर्ज पर देश में एकल आपातकालीन नंबर 112 को मंजूरी प्रदान की थी।
सफल क्रियान्वयन के लिए शिमला में प्रदेशस्तरीय व हर जिला मुख्यालय में अलग से नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। नियंत्रण कक्ष आधुनिक सुविधा से लैस हैं। हर पुलिस थाना की गाड़ी में मोबाइल टर्मिनल डिवाइस लगाए गए हैं। गाड़ी में मौजूद पुलिस कर्मी को हर कॉल व सहायता मांगने वाले की लोकेशन की जानकारी मिलती रहेगी। नियंत्रण कक्ष से उस क्षेत्र के आसपास मौजूद गाड़ी को तुरंत मौके पर रवाना किया जाएगा।